तो इस वजह से 31 जुलाई के बाद मुंबई में लाखों टैक्सी वाले करेंगे हड़ताल जानें क्या है पूरा मामला

मुंबई टैक्सीमैन यूनियन ने सरकार द्वारा किराया वृद्धि पर कोई निर्णय नहीं लेने के विरोध में 1 अगस्त को टैक्सी हड़ताल का आह्वान किया है. यूनियन ने सरकार से किराए में 10 रुपये की बढ़ोतरी की मांग की है.

तो इस वजह से 31 जुलाई के बाद मुंबई में लाखों टैक्सी वाले करेंगे हड़ताल जानें क्या है पूरा मामला
हाइलाइट्स1 अगस्त से टैक्सी यूनियन ने हड़ताल करने का ऐलान किया है.यूनियन ने सरकार ने न्यूनतम किराये में 10 रुपये की बढ़ोतरी की मांग की है.मुंबई के कुछ ऑटोरिक्शा यूनियन ने भी इस हड़ताल में साथ देने का फैसला किया है. मुंबई. महाराष्ट्र के मुंबई में लोकल ट्रेन के बाद लोगों की लाइफलाइन कहे जाने वाली टैक्सियों के सबसे बड़े यूनियन ने 31 जुलाई के बाद 1 अगस्त से हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है. मुंबई टैक्सीमैन यूनियन ने सरकार द्वारा किराया वृद्धि पर कोई निर्णय नहीं लेने के विरोध में 1 अगस्त को टैक्सी हड़ताल का आह्वान किया है. यूनियन ने सरकार से किराए में 10 रुपये की बढ़ोतरी की मांग की है. यानी कि न्यूनतम किराया 25 रुपये से 35 रुपये करने की मांग की गई है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई के कुछ ऑटोरिक्शा यूनियनों ने भी कहा है कि वे 31 जुलाई तक सरकार द्वारा किराए में बढ़ोतरी का इंतजार करेंगे, ऐसा नहीं करने पर वे भी टैक्सियों की हड़ताल का समर्थन कर सकते हैं. बता दें कि ऑटो यूनियन न्यूनतम किराए में 3 रुपये की बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं. यानी कि सरकार न्यूनतम किराया 21 रुपये से 24 रुपये तक करे. सूत्रों ने कहा कि एमएमआरटीए (मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी) इस हफ्ते एक बैठक कर सकती है ताकि यह तय किया जा सके कि ऑटो को किराए में बढ़ोतरी दी जाए या नहीं. TOI से बात करते हुए  टैक्सी यूनियन के नेता एएल क्वाड्रोस ने कहा, ‘किराये में बढ़ोतरी की बहुत जरूरत है क्योंकि 2021 में अंतिम किराया संशोधन के बाद सीएनजी की दर 48 रुपये से बढ़कर 80 रुपये हो गई है.’ उन्होंने कहा कि खटुआ समिति ने सरकार से सिफारिश की थी कि यदि पिछले किराए में संशोधन के बाद सीएनजी में 25% से अधिक की वृद्धि की जाती है, तो टैक्सी का किराया तुरंत संशोधित किया जाए. उन्होंने कहा, ‘हमारी किराये में बढ़ोतरी की मांग जायज है,’ उन्होंने कहा कि फ्यूल के कीमतों में बढ़ोतरी और टैक्सी की रखरखाव लागत ज्यादा होने के चलते टैक्सी चालकों को प्रतिदिन 300 रुपये का नुकसान होता है. साथ ही क्वाड्रोस ने ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगाए गए भारी जुर्माने का भी विरोध किया. उन्होंने मांग की, ‘हमारे ड्राइवर दिन की कमाई से ज्यादा जुर्माना अदा करते हैं. इसमें से ज्यादातर जुर्माना नो-पार्किंग जोन में पार्किंग के कारण वसूला जाता है. सरकार को हमारे ड्राइवरों को ई-चालान भेजने के बजाय हमें पार्किंग के लिए अधिक स्टैंड आवंटित करना चाहिए.’ शशांक राव के नेतृत्व वाले मुंबई ऑटोरिक्शामेन यूनियन ने हाल ही में टीओआई को सूचित किया था कि उनके संघ ने सरकार को सीएनजी दरों को कम करके किराया वृद्धि से बचने का सुझाव दिया था. उन्होंने कहा, ‘सरकार को महानगर गैस लिमिटेड को सीएनजी की कीमतों में वृद्धि को वापस लेने के लिए राजी करना चाहिए. अगर फ्यूल की कीमत कम की जाती है तो किराये में बढ़ोतरी की कोई आवश्यकता नहीं होगी.’ ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Maharashtra, StrikeFIRST PUBLISHED : July 28, 2022, 06:38 IST