पूजा खेडकर बिना मेडिकल जांच के कैसे बन गईं IAS किस हॉस्पिटल की रिपोर्ट लगाई
पूजा खेडकर बिना मेडिकल जांच के कैसे बन गईं IAS किस हॉस्पिटल की रिपोर्ट लगाई
IAS Pooja Khedkar Medical Tests: आईएएस पूजा खेडकर कंट्रोवर्सी में हर दिन नई परतें खुल रही हैं. प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की जॉइनिंग भी सवालों के घेरे में है. उन्होंने अपना यूपीएससी फॉर्म विकलांगता श्रेणी के तहत भरा था. लेकिन जॉइनिंग से पहले वह किसी भी मेडिकल टेस्ट के लिए हॉस्पिटल नहीं पहुंचीं.
नई दिल्ली (IAS Pooja Khedkar Medical Tests). आईएएस पूजा खेडकर पर चर्चा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पुणे कलेक्टर ऑफिस से शुरू हुआ विवाद अब बैकडेट में जाकर उनकी जॉइनिंग को भी सवालों के घेरे में खड़ा कर चुका है. ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ने विकलांगता श्रेणी के तहत यूपीएससी सीएसई फॉर्म भरा था. उसी के दम पर यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में कम अंकों के बावजूद उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा अलॉट की गई.
महाराष्ट्र कैडर की प्रोबेशनरी आईएएस अफसर पूजा खेडकर ने 3 जून, 2024 को पुणे की असिस्टेंट कलेक्टर के तौर पर अपना टेन्योर शुरू किया था. पुणे कलेक्टर ने उन पर अलग ऑफिस, सरकारी आवास, गाड़ी व स्टाफ की सुविधा मांगने का आरोप लगाया था. आईएएस पूजा खेडकर ने अपनी पर्सनल ऑडी कार पर ससरकारी लाल-नीली बत्ती और महाराष्ट्र सरकार का चिह्न भी लगवाया था. बता दें कि ट्रेनिंग के दौरान अफसरों को इस तरह की कोई भी सुविधा नहीं दी जाती है.
Puja Khedkar IAS: क्या सच में बीमार हैं पूजा खेडकर?
आईएएस पूजा खेडकर ने यूपीएससी फॉर्म विकलांगता श्रेणी के तहत भरा था. इसमें उन्होंने खुद को 40% विजुअली इंपेयर्ड यानी दृष्टिबाधित बताया था. इसके साथ ही उनका कहना है कि वह किसी मानसिक बीमारी से भी जूझ रही हैं. हालांकि अब इस पर भी सवाल उठ गए हैं. इस पर आईएएस पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर का स्टेटमेंट आया है. उनका कहना है कि पूजा खेडकर ने जॉइनिंग के समय कोई भी गलत जानकारी नहीं दी है. वह सच में 40% दृष्टिबाधित और मानसिक बीमारी से ग्रस्त हैं.
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Pooja Khedkar UPSC: हर बार बनाया बहाना
पूजा खेडकर ने 2021 में यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास की थी. विकलांगता श्रेणी के तहत फॉर्म भरने की वजह से पूजा को 2022 में एम्स, दिल्ली में एक मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया गया था. उस समय उन्होंने कोविड 19 से संक्रमित होने का दावा करते हुए परीक्षण स्थगित करने का अनुरोध किया था. इसके बाद 26 अगस्त से 2 सितंबर तक एम्स में उनका मेडिकल टेस्ट किया गया था. दोनों आंखों में विजन लॉस का कारण जानने के लिए एक स्पेशलिस्ट ने उन्हें एमआरआई (मस्तिष्क) कराने की सलाह दी थी.
हर बार बनाया बहाना
एम्स में ड्यूटी अधिकारी ने पूजा खेडकर आईएएस से संपर्क करने की काफी कोशिश की. लेकिन उन्होंने कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया था. इसलिए दृष्टि विकलांगता के प्रतिशत का आकलन नहीं किया जा सका. CAT के एक सदस्य भगवान सहाय और न्यायमूर्ति एम जी सेवलीकर के आदेश में भी इसका जिक्र है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बाद में आईएएस पूजा खेडकर ने एक प्राइवेट मेडिकल सेंटर में की गई एमआरआई रिपोर्ट जमा कर दी थी. उस रिपोर्ट ने विकलांगता के उनके दावों का समर्थन किया था.
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Tags: IAS Officer, OBC Reservation, UPSC, Upsc examFIRST PUBLISHED : July 14, 2024, 15:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed