क्या है मथुरा के पोतरा कुंड का इतिहास आज भी लोग अनजान श्रीकृष्ण से है संबंध
क्या है मथुरा के पोतरा कुंड का इतिहास आज भी लोग अनजान श्रीकृष्ण से है संबंध
Potra Kund of Mathura: जब शूरसेन नगरी राजा कंस के अत्याचार से हाहाकार करने लगी. तब ब्रजवासियों की पुकार सुनकर भादो महीने में आधी रात बाराह बजे चक्रधारी विष्णु के अवतार श्री कृष्ण ने कंस की कारागार में जन्म लिया. माता देवकी के गर्भ से जन्म लिया. मान्यता है कि जन्मस्थान के पास बने इस कुंड में कृष्ण के पोतरा धोए गए थे. यह कुंड कृष्ण कालीन समय से है.
बहराइच: एक किसान ने 7 फीट की लौकी उगाई है जिसकी चर्चा चारों ओर हो रही है और कलेक्टर ने भी उन्हें सम्मानित किया है. आमतौर पर लौकी 1 से 1.5 फीट की होती है, लेकिन 7 फीट की लौकी देखकर हर कोई हैरान रह गया. यह कारनामा बहराइच के किसान जियाउल हक ने किया है, जो एक किसान परिवार से आते हैं.
जियाउल हक के दादा-परदादा भी खेती करते थे. उन्होंने बताया कि यह लौकी आचार्य नरेंद्र किसी विश्वविद्यालय अयोध्या की प्रजाति है. इसके बीज उन्हें ट्रायल के लिए कृषि विज्ञान केंद्र से दिए गए थे.
मिल चुका है मिलेनियम फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड
बहराइच के इस शख्स को मिलेनियम फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड मिल चुका है. जियाउल हक लगातार अपने अपने कामों में समय देकर प्रगति कर रहे हैं और सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं.
कैसे उगाई 7 फीट की लौकी
किसान जियाउल हक ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र के डॉक्टर नन्दन सिंह से बीज मिलने के बाद उन्होंने उसकी बुवाई की और प्राकृतिक खाद, जैसे जीवामृत, गंजिव, अमृत, निमास्त्र, और ब्रह्मास्त्र का स्प्रे किया. इस देखभाल का नतीजा यह हुआ कि एक पेड़ में लगभग 40 बड़ी-बड़ी लौकियां उग आईं.
कलेक्टर और सीडीओ ने किया सम्मानित
किसान द्वारा उगाई गई इस लौकी को देखकर हर कोई हैरान रह गया. जब बहराइच के जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को इस बात की खबर मिली, तो वे भी 7 फीट की लौकी देखकर आश्चर्यचकित रह गए. उन्होंने न केवल किसान का सम्मान किया, बल्कि प्रोत्साहन देकर भूरी-भूरी प्रशंसा भी की. जियाउल हक के परिवार में पिछले कई पीढ़ियों से खेती हो रही है. पिछले 15 सालों से खेती करते आ रहे जियाउल हक को खेती से अच्छा मुनाफा होता है और वे पूरी तरह से संतुष्ट हैं. खेती के साथ-साथ वे बकरी, मछली, गाय आदि का पालन भी करते हैं.
Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : August 2, 2024, 14:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed