हाथरस के DM-SP को आया जज साहब का ईमेल लिखा- 81 प्‍वाइंट्स पर रिपोर्ट चाहिए

Hathras News : दोनों आला अफसरों को ईमेल भेजा गया है, जिसमें 81 प्‍वाइंट्स पर रिपोर्ट मांगी गई है. मेल में कहा गया है कि विस्‍तार से इन सभी बिंदुओं पर जानकारियां भेजिये.

हाथरस के DM-SP को आया जज साहब का ईमेल लिखा- 81 प्‍वाइंट्स पर रिपोर्ट चाहिए
हाथरस : हाथरस भगदड़ हादसे में सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही है. हाथरस हादसे की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग ने हाथरस प्रशासन से रिपोर्ट मांग ली है. इस बाबत हाथरस के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांग ली गई है. इसके लिए बाकायदा दोनों आला अफसरों को ईमेल भेजा गया है, जिसमें 81 प्‍वाइंट्स पर रिपोर्ट मांगी गई है. मेल में कहा गया है कि विस्‍तार से इन सभी बिंदुओं पर जानकारियां भेजिये. दरअसल, इलाहाबाद हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव (द्वितीय) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित किया गया है, जोकि हाथरस में सत्‍संग के बाद हुई भगदड़ की जांच कर रहा है. इस हादसे में 121 लोगों की मौत हुई थी. सूत्रों के अनुसार, न्यायिक आयोग की तरफ से जिला प्रशासन को भेजे गए ईमेल में हाथरस को लेकर विस्‍तृत जानकारी मांगी गई है. बता दें कि सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने हाथरस हादसे के बाद वहां जाकर हालात का जायजा लिया था और घायलों से मुलाकात की थी. इसके बाद प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में उन्‍होंने घटना की न्‍यायिक जांच का ऐलान किया था. यह वही न्‍यायिक आयोग है. इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस भगदड़ मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट के आधार पर मंगलवार को स्थानीय उप जिलाधिकारी (एसडीएम), पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) और चार अन्य को निलंबित कर दिया. इस रिपोर्ट में घटना के पीछे ‘‘बड़ी साजिश’’ से इनकार नहीं किया गया है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट में स्थानीय प्रशासन के स्तर पर भी लापरवाही होने की बात कही गई है जिसके कारण दो जुलाई को यह घटना हुई. रिपोर्ट में भगदड़ के लिए आयोजकों को जिम्मेदार ठहराते हुए दावा किया गया है कि उन्होंने भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट में जिला प्रशासन की भी जवाबदेही तय की गई है. रिपोर्ट कहती है कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने आयोजन को गंभीरता से नहीं लिया और वे वरिष्ठ अधिकारियों को उचित सूचना देने में विफल रहे. एसआईटी रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी समेत छह लोगों को अपने दायित्व के निर्वहन में लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए निलंबित कर दिया. हाथरस जिले के फुलरई गांव में दो जुलाई को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से लोकप्रिय ‘भोले बाबा’ के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी. Tags: Hathras Case, Hathras newsFIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 18:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed