गुजरात में मिला आइडियागांव लौटकर किसान ने शुरू की यह खेती आज कमा रहा लाखों
गुजरात में मिला आइडियागांव लौटकर किसान ने शुरू की यह खेती आज कमा रहा लाखों
किसान मनित गोयल का कहना है कि गुजरात में उन्होंने ड्रैगन फ्रूट की खेती को देखा था. तभी से ही उनके मन में आया कि वह भी अपने गांव में ड्रैगन फ्रूट की खेती करें और वहां के लोगों को कुछ नया देने का प्रयास करें.
अंकुर सैनी / सहारनपुर: ड्रैगन फ्रूट की खेती दक्षिण पूर्व एशिया में संयुक्त राज्य अमेरिका, कैरिबियन, ऑस्ट्रेलिया, मेसो अमेरिका और दुनिया के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में की जाती है. गुजरात सरकार ने इस फल को ‘कमलम्’ नाम दिया है. क्योंकि यह फल दिखने में कमल के फूल जैसा दिखाई देता है. अब इसकी खेती उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भी शुरू हो गई है. सहारनपुर के गांव शाहपुर महजबता में मनित गोयल ने अपने खेत मे इसकी खेती शुरू की है. मनित गोयल गुजरात में एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करते हैं. उन्होंने कुछ नया करने की सोची और गुजरात से नवंबर 2022 को ड्रैगन फ्रूट के 1600 पौधे लेकर आए. एक एकड़ में सभी पौधों को लगाया गया. सितंबर 2023 में इन पौधों ने फल देना शुरू किया. फल को देखकर मनित गोयल का मन खुश हो गया. किसान मनित गोयल बताते हैं कि एक पेड़ की कीमत एक हजार रुपये है और 1600 पेड़ वह लेकर आए हैं. मनित गोयल सहारनपुर में पहली बार ड्रैगन फ्रूट की ऑर्गेनिक खेती कर रहे हैं. ड्रैगन फ्रूट की मार्केट में काफी अच्छी डिमांड है. 200 से 300 रुपये प्रति किलो के हिसाब से ड्रैगन फ्रूट बिकता है.
ड्रैगन फ्रूट के फायदे
1 – ड्रैगन फ्रूट इम्यूनिटी बूस्टर होता है.
2 – बुखार में डॉक्टर भी इसको खाने की सलाह देते हैं.
3 – ड्रैगन फ्रूट में विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं.
4 – ड्रैगन फ्रूट आपको स्वस्थ प्रतिरक्षा बनाए रखने में भी मदद करता है.
5 – ड्रैगन फ्रूट भोजन को पचाने में भी मदद करता है.
6 – ड्रैगन फ्रूट खून की पूर्ति को भी पूरा करता है.
7 – ड्रैगन फ्रूट एनीमिया के लक्षणों को भी कम करता है.
8 – रोजाना ड्रैगन फ्रूट खाने से आपका हिमोग्लोबिन स्तर बढ़ता है।9 – ड्रैगन फ्रूट में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण त्वचा की एलर्जी और जलन को शांत करने में मदद करते हैं.
ड्रैगन फ्रूट को रोज सुबह खाली पेट खा सकते हैं. ड्रैगन फ्रूट एक काफी अच्छा नाश्ता होता है. अगर आप रोजाना इसका सेवन करेंगे, तो लंबे समय तक आपका पेट भरा हुआ रहेगा. आपको बता दें कि ड्रैगन फ्रूट में फाइबर अधिक होता है, जो वजन को भी कंट्रोल में रखता है.
किसान मनित गोयल का कहना है कि गुजरात में उन्होंने ड्रैगन फ्रूट की खेती को देखा था. तभी से ही उनके मन में आया कि वह भी अपने गांव में ड्रैगन फ्रूट की खेती करें और वहां के लोगों को कुछ नया देने का प्रयास करें. मनित गोयल का कहना है कि मार्केट में ड्रैगन फ्रूट की काफी डिमांड है. एक पोल पर ड्रैगन फ्रूट के चार पेड़ लगाए गए हैं और एक पोल पर 40 से 45 किलो ड्रैगन फ्रूट लगता है. इसके लिए नार्मल टेंपरेचर की आवश्यकता होती है. एक ड्रैगन फ्रूट का वजन 500 से 900 ग्राम होता है. ड्रैगन फ्रूट की खेती कर किसान काफी खुश है और उसके खेत में बंपर फ्रुटिंग हो रही है.
Tags: Hindi news, Local18, Success StoryFIRST PUBLISHED : August 5, 2024, 12:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed