न पतंग श्वास डोर! यदि आप सांस लेना जानते तो कभी दवा की जरूरत नहीं पड़ती!

Sri Sri Ravi Shankar: श्री श्री रविशंकर जी कहते हैं- मन पतंग है और श्वास उसकी डोर. यदि आप श्वास को साध लें, तो किसी दवा की ज़रूरत नहीं. सुदर्शन क्रिया से तनाव घटेगा और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ेगी.

न पतंग श्वास डोर! यदि आप सांस लेना जानते तो कभी दवा की जरूरत नहीं पड़ती!