पिथौरागढ़ के दुर्गम इलाके में नवजात की मौत के बाद जागा प्रशासन गर्भवती महिलाओं के लिए उठाया बड़ा कदम

पिथौरागढ़ जिला प्रशासन ने गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए धारचूला में एक हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की है. इसके साथ जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एचएस ह्यांकी ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा के लिए तहसील स्तर पर कैंप लगाए जा रहे हैं. यहां पर उन सभी गर्भवती महिलाओं को शिफ्ट किया जाएगा, जिनका प्रसव काल नजदीक है.

पिथौरागढ़ के दुर्गम इलाके में नवजात की मौत के बाद जागा प्रशासन गर्भवती महिलाओं के लिए उठाया बड़ा कदम
रिपोर्ट- हिमांशु जोशी पिथौरागढ़. उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ की भौगोलिक परिस्थिति और यहां के दुर्गम क्षेत्रों का अभी तक विकास की मुख्यधारा से नहीं जुड़ पाने के कारण इन क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं का जीवन काफी कठोर होता है. दरअसल प्रसव के लिए कई किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल पहुंचना पड़ता है. इस दौरान कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि महिला और बच्चों दोनों की जान खतरे में पड़ जाती है. इसे देखते हुए गर्भवती महिलाओं के लिए अब धारचूला में आपातकालीन स्थिति में एयर एंबुलेंस की सुविधा शुरू की गई है. जिला प्रशासन ने गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए धारचूला में एक हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की है. धारचूला से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होने के बाद मुनस्यारी के लोगों ने भी पिथौरागढ़ के लिए एयर एंबुलेंस सेवा की मांग की है, ताकि समय रहते मुनस्यारी की जनता को भी इसका लाभ मिल सके. गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा पर जब पिथौरागढ़ जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एचएस ह्यांकी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा के लिए तहसील स्तर पर कैंप लगाए जा रहे हैं. यहां पर उन सभी गर्भवती महिलाओं को शिफ्ट किया जाएगा, जिनका प्रसव काल नजदीक है. किसी भी आपातकालीन स्थिति में आपदा कंट्रोल रूम को इन नम्बरों पर सूचित कर सकते हैं, ताकि जल्द से जल्द राहत मिल सके. (05964-226326/228050 और 1077) गौरतलब है कि पिछले दिनों मुनस्यारी के पातों गांव, जो कि एक दुर्गम इलाका है, वहां महिला की प्रसव पीड़ा के बाद तत्काल इलाज न मिलने से नवजात की मौत हो गई. आनन-फानन में हेलीकॉप्टर से महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उपचार के बाद महिला की जान बच सकी. परिजनों का कहना है कि अस्पताल ले जाने के कोई साधन न होने के कारण हेलीकॉप्टर सेवा की मदद मांगी गई, जो सूचना देने के दो घंटे बाद आया. जिस कारण रास्ते में महिला का प्रसव हो गया और नवजात की मौत हो गई. हालांकि महिला को बचा लिया गया. बता दें कि पांच दिनों से मुनस्यारी के चीन सीमा से लगे उच्च हिमालयी लास्पा गांव में प्रसव पीड़ा झेल रही एक गर्भवती महिला को बीते रविवार (17/07/2022) को हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ जिला महिला अस्पताल लाया गया था. महिला के परिजनों ने इस मदद के लिए प्रशासन का आभार जताया. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Health Department, Health Facilities, Pithoragarh district, Pithoragarh hindi newsFIRST PUBLISHED : July 20, 2022, 10:22 IST