Almora: मांगें पूरी न होने पर 114 सरकारी राशन डीलरों ने दिया इस्तीफा अब जनता को कैसे मिलेगा राशन

कुमाऊं विक्रेता समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि उत्तराखंड और केंद्र की सरकार पहाड़ के बारे में नहीं सोचती है. सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं की ओर सरकार का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है, जिसको लेकर राशन डीलरों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दिया है. 

Almora: मांगें पूरी न होने पर 114 सरकारी राशन डीलरों ने दिया इस्तीफा अब जनता को कैसे मिलेगा राशन
रोहित भट्ट अल्मोड़ा. उत्तराखंड के अल्मोड़ा में सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने अपनी मांगों को पूरा न होता देख सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. राशन डीलरों ने अल्मोड़ा के धारानौला स्थित जिला पूर्ति कार्यालय जाकर जमकर नारेबाजी की और 114 दुकानदारों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपनी मांगें बताते हुए कहा कि जो राशन 50 किलो आता है, उसमें सिर्फ 45 से 46 किलो राशन मिलता है. यह राशन पूरा दिया जाए. उनकी दूसरी मांग है कि जो बायोमेट्रिक के माध्यम से लोगों को राशन मिल रहा है, उसमें उन्हें इंटरनेट का खर्च नहीं दिया जा रहा है. पर्वतीय क्षेत्रों में नेट की सुविधा इतनी ठीक नहीं है, जिस कारण से राशन बांटने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा विक्रेताओं ने बीमा और अन्य मांगों को लेकर इस्तीफा दिया है. अल्मोड़ा जिले में 925 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानें हैं. अब एक-एक कर सभी दुकानदार इस्तीफा दे रहे हैं. कुमाऊं विक्रेता समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि उत्तराखंड और केंद्र की सरकार पहाड़ के बारे में नहीं सोचती है. सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं की ओर सरकार का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है, जिसको लेकर राशन डीलरों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दिया है. सरकार उनके ऊपर नए कानून, नए नियमों को थोप रही है. राशन डीलरों का शोषण किया जा रहा है. मानसिक रूप से उनके ऊपर दबाव बना हुआ है. कुमाऊं विक्रेता समिति के सलाहकार दिनेश गोयल ने कहा कि वह राशन डीलरों की विभिन्न मांगों को लेकर सरकार से पिछले 3 साल से कह रहे हैं. इसके बावजूद सरकार ने उन्हें अनदेखा किया है. उनका कहना है कि बायोमेट्रिक के माध्यम से जो सरकार राशन बांट रही है, उसमें न ही उन्हें नेट का खर्चा दिया जा रहा है. पहाड़ों में नेट की कनेक्टिविटी कम होने के चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है. सरकार द्वारा रोज नए नियम लाकर सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं को परेशान किया जा रहा है, जो ठीक नहीं है. इसको लेकर इन सभी ने अपना-अपना सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी एनडी जोशी ने बताया कि राशन विक्रेताओं की मांगों को लेकर शासन को पत्र भेजा गया है. इन लोगों के द्वारा दिए गए त्यागपत्र और मांगों को दोबारा से शासन को भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि राशन डीलरों से इस्तीफे के फैसले पर पुनर्विचार करने का निवेदन किया है. फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था बनाकर लोगों को राशन बांटा जाएगा. वे लोग नहीं माने तो नई दुकानें चिह्नित करके लोगों को राशन दिया जाएगा. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Almora News, APL ration card, BPL ration card, Free RationFIRST PUBLISHED : August 03, 2022, 14:37 IST