Gandhidham Assembly Election 2022: गांधीधाम पर एक दशक से BJP का कब्जा हैट्रिक की चुनौती क्या कांग्रेस-AAP बिगाड़ेंगे चुनावी गणित
Gandhidham Assembly Election 2022: गांधीधाम पर एक दशक से BJP का कब्जा हैट्रिक की चुनौती क्या कांग्रेस-AAP बिगाड़ेंगे चुनावी गणित
Gandhidham Assembly Election: गांधीधाम विधानसभा सीट पर 2017 का चुनाव भाजपा की माहेश्वरी मालती किशोर ने जीता था. उन्होंने अपने निकट प्रतिद्धंदी कांग्रेस के किशोर गंगजिभाई पिंगोल को 20,270 मतों के बड़े अंतराल के साथ हराया था. भाजपा की मालती किशोर ने 52.6 फीसदी वोट हासिल किए थे तो कांग्रेस के पिंगोल को मात्र 39.3 फीसदी वोट ही प्राप्त हुए थे. 2012 में भाजपा के रमेश वच्छाराज महेश्वरी ने 72,988 मत हासिल कर कांग्रेस प्रत्याशी को 21,313 मतों के अंतराल से शिकस्त दी थी.
हाइलाइट्सगांधीधाम बंदरगाहों के लिए मशहूर, कच्छ जिले के इंडस्ट्रियल सिटी के रूप में पहचान 1947 में भारत-पाक बंटवारे के वक्त यहां सिंध प्रांत से आए थे काफी लोगगुजराती और गैर-गुजराती समुदाय के लोगों की संख्या भी खूब
गांधीधाम. गुजरात की 182 विधानसभा सीटों पर इस साल के आखिर में चुनाव होने जा रहे हैं. विधानसभा चुनावों (Gujarat Elections) को लेकर भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने जनता को रिझाने के लिए पूरी ताकत झोंकी हुई है. इन चुनावों में भाजपा के सामने पुन: सत्ता वापसी की कड़ी चुनौती है तो कांग्रेस अपने वजूद को बचाने के लिए मजबूत तरीके से उभरने की कोशिश में जुटी है. ऐसे में आम आदमी पार्टी निकाय चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद अब विधानसभा में एंट्री मारने की पुरजोर कोशिश में जुटी है. आप पार्टी ने बीटी माहेश्वरी को टिकट दिया है.
यहां गुजरात की गांधीधाम विधानसभा सीट (Gandhidham (SC) Assembly Seat) की बात करें तो यह अपने आप में बंदरगाहों के लिए मशहूर है. कांडला पोर्ट की वजह एक अलग पहचान रखने वाली यह विधानसभा अंतराराष्ट्रीय तौर भी महत्व रखती है. हालांकि कांडला पोर्ट अब पंडित दीनदयाल पोर्ट के नाम से मशहूर है. यह कच्छ जिला के इंडस्ट्रियल सिटी के रूप में जाना जाता है.
मनीष सिसोदिया की भगत सिंह से तुलना, AAP नेता बोलीं- जश्न मनाते हुए गए CBI दफ्तर
गांधीधाम विधानसभा सीट पर 2017 का चुनाव भाजपा की माहेश्वरी मालती किशोर ने जीता था. उन्होंने अपने निकट प्रतिद्धंदी कांग्रेस के किशोर गंगजिभाई पिंगोल को20,270 मतों के बड़े अंतराल के साथ हराया था. भाजपा की मालती किशोर ने 52.6 फीसदी वोट हासिल किए थे तो कांग्रेस के पिंगोल को मात्र 39.3 फीसदी वोट ही प्राप्त हुए थे. वहीं 2012 में भाजपा के रमेश वच्छाराज महेश्वरी ने 72,988 मत हासिल कर कांग्रेस की जयश्रीबेन अजितभाई चावडा को 21,313 मतों के अंतराल से शिकस्त दी थी. उन्होंने दूसरे स्थान पर रहते हुए 51,675 मत प्राप्त किए थे.
गुजरात के अगर कुल वोटरों की बात की जाए तो यहां इनकी संख्या 4,90,89,765 है. इनमें 2,53,36,610 पुरूष, 2,37,51,738 महिला और 1,417 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. कच्छ जिला और लोकसभा के अंतर्गत आने वाली गांधीधाम (अनुसूचित जाति सुरक्षित) विधानसभा सीट (Gandhidham Assembly Seat) पर कुल मतदाताओं की संख्या 3,14,991 है. इनमें से 1,66,892 पुरूष और 1,48,093 महिला मतदाता हैं. इस सीट को 2008 के परिसीमन के एससी कैटेगरी के लिए रिजर्व किया गया था जहां पर एससी वोटरों की संख्या सबसे अधिक है.
सुरक्षा के लिहाज से भी काफी संवेदनशील है ये सीट
इस विधानसभा का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्व इसलिए भी ज्यादा है कि जब 1947 में भारत-पाकिस्तान के बीच बंटवारा हुआ था तो पाकिस्तान के सिंध प्रांत से काफी लोग आए थे. वह सभी गांधीधाम में ही रुक गए थे. इसके चलते यहां पर गुजराती और गैर-गुजराती समुदाय के लोगों की संख्या भी खूब है. पाकिस्तान के चलते यह क्षेत्र सुरक्षा के लिहाज से भी काफी संवेदनशील माना जाता है.
कच्छ संसदीय क्षेत्र की विधानसभा है गांधीधाम
गांधीधाम विधानसभा सीट कच्छ जिला व लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. इस संसदीय सीट पर 2019 का लोकसभा चुनाव भाजपा के चावड़ा विनोद लखमशी ने जीता था. उन्होंने कांग्रेस के नरेश नारनभाई महेश्वरी को 305513 से हराकर जीत दर्ज की थी. लखमशी ने 637,034 वोट हासिल किए तो महेश्वरी को सिर्फ 331,521 वोट ही प्राप्त हुए थे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी|
Tags: Assembly election, Gujarat ElectionsFIRST PUBLISHED : November 15, 2022, 12:46 IST