Deodar Assembly Election 2022: कांग्रेस के दबदबे वाली मानी जाती है दीओदर सीट कहीं इस बार AAP-भाजपा ना बिगाड़ दें खेल
Deodar Assembly Election 2022: कांग्रेस के दबदबे वाली मानी जाती है दीओदर सीट कहीं इस बार AAP-भाजपा ना बिगाड़ दें खेल
Deodar Assembly Election: दीओदर विधानसभा सीट पर 2017 के चुनाव को कांग्रेस के भुरीया शीवाभाई अमराभाई ने जीता था. इस सीट पर कांग्रेस ने सबसे ज्यादा चुनाव साल 1962, 1972, 1975, 1980, 1985 के पांचों चुनाव लगातार जीते हैं. वहीं, भाजपा ने 1995, 1998, 2007, 2012 के चुनावों में जीत दर्ज की थी. इस सीट पर जनता दल, निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव जीत चुके हैं. कांग्रेस ने लंबे समय तक इस सीट पर अपना वर्चस्व कायम रखा है.
हाइलाइट्सकांग्रेस ने 1962, 1972, 1975, 1980, 1985 के 5 चुनाव लगातार जीते निर्दलीय व जनता दल के प्रत्याशी भी लहरा चुके जीत का परचमभाजपा ने जीता 1995 व 1998 और 2007 व 2012 के चुनाव
दीओदर. गुजरात राज्य की 182 सीटों पर साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. भाजपा जहां सत्ता में पुन: वापसी को लेकर पूरी ताकत झोंके हुए है. वहीं, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भाजपा को सत्ता से बाहर लाने की पुरजोर कोशिश में जुटी है. कई सीट ऐसी हैं जहां कांग्रेस का जबर्दस्त वर्चस्व रहा है. इनमें से बनासकांठा संसदीय क्षेत्र की दीओदर विधानसभा सीट (Deodar Assembly Seat) भी है.
इस सीट पर कांग्रेस ने सबसे ज्यादा चुनाव जीते हैं तो भाजपा ने अपनी मजबूत पकड़ रखते हुए कई चुनाव जीते हैं. इस बार कांग्रेस और भाजपा के अलावा आम आदमी पार्टी भी चुनावी दंगल में मजबूती के साथ उतरी है. आप पार्टी ने भीमाभाई चौधरी (Bhemabhai Choudhary) को प्रत्याशी के रूप में उतारा है. आम आदमी पार्टी के चुनावी मैदान में होने की वजह से इस सीट पर समीकरण कुछ अलग ही नजर आ सकते हैं.
साल 2017 के चुनाव में कांग्रेस के भुरीया शीवाभाई अमराभाई ने 80,432 वोट हासिल किए थे जोकि कुल मतदाताओं के 48.27 फीसदी थे. वहीं, दूसरे नंबर पर रहे भाजपा के चौहाण केशाजी शिवाजी को 79,460 मत प्राप्त हुए थे जोकि कुल वोटिंग को 47.69 प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया. गौर करने वाली बात यह है कि दोनों के बीच बेहद ही कांटे का मुकाबला रहा. कांग्रेस और भाजपा के बीच जीत-हार का अंतराल मात्र 972 वोटों का रहा.
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इस बीच देखा जाए तो दीओदर विधानसभा सीट (Deodar Assembly Seat) पर कांग्रेस, भाजपा, जनता दल, निर्दलीय प्रत्याशियों ने अलग-अलग चुनावों में जीत दर्ज की. कांग्रेस ने लंबे समय तक इस सीट पर अपना वर्चस्व कायम रखा है. साल 1962, 1972, 1975, 1980, 1985 के पांचों चुनाव लगातार कांग्रेस पार्टी ने जीते हैं. इसके बाद एक चुनाव 1990 में जनता दल के पटेल बहेमभाई रामसिंघभाई ने जीता था. वहीं 1995 और 1998 के अलावा 2007 और 2012 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने अपनी जीत दर्ज की. हालांकि 2002 में निर्दलीय प्रत्याशी पटेल भीमाभाई रामसिंह भाई ने भी सीट पर अपनी जीत का परचम लहराया.
विधानसभा में मतदाताओं की संख्या 2.53 लाख से ज्यादा
गुजरात में कुल वोटरों की संख्या पर नजर डाली जाए तो यह 4,90,89,765 है. इनमें 2,53,36,610 पुरूष, 2,37,51,738 महिला और 1,417 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. बनासकांठा जिला और लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली दीओदर विधानसभा सीट (Deodar Assembly Seat) पर कुल मतदाताओं की संख्या 253162 है. इनमें से 133013 पुरूष और 120148 महिला मतदाता हैं. वहीं 1 मतदाता अन्य कैटेगरी का भी है.
संसदीय सीट पर भाजपा काबिज
दीओदर विधानसभा सीट बनासकांठा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है. इस सीट पर 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के परबतभाई सवभाई पटेल ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के पार्थीभाई गलबाभाई भटोल को 3,68,296 मतों के अंतराल से शिकस्त देकर जीत दर्ज की थी. इस सीट पर 2014 का चुनाव भी भाजपा के चौधरी हरिभाई पार्थीभाई ने 2,02,334 मतों के अंतर से जीता था.
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Tags: Assembly election, Gujarat ElectionsFIRST PUBLISHED : November 15, 2022, 13:06 IST