मंकीपॉक्स का बढ़ता खतरा WHO ने क्यों घोषित की ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी जानें 5 बड़े कारण
मंकीपॉक्स का बढ़ता खतरा WHO ने क्यों घोषित की ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी जानें 5 बड़े कारण
Monkeypox: दुनिया के 70 से ज्यादा देशों में मंकीपॉक्स संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी का ऐलान किया है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने कहा कि, मंकीपॉक्स वायरस का संक्रमण दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है और इसे सिर्फ सही रणनीति के साथ ही रोका जा सकता है.
हाइलाइट्सडब्ल्यूएचओ के 60 सदस्य देशों में मंकीपॉक्स के 16 हजार मामले मिलेफिलहाल मंकीपॉक्स का कोई विशेष इलाज नहीं इस बीमारी से निपटने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने की जरूरत
जिनेवा: 70 से ज्यादा देशों में मंकीपॉक्स संक्रमण को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी का ऐलान किया है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयसस ने वैश्विक स्वास्थ्य संगठन की ‘इमरजेंसी कमेटी’ के सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बन पाने के बावजूद यह ऐलान किया.
मंकीपॉक्स वायरस को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने के पीछे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ महत्वपूर्ण तर्क दिए हैं- विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मैंने तय किया है कि मंकीपॉक्स के वैश्विक प्रकोप और अंतरराष्ट्रीय चिंता के कारण सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया जाए. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने कहा कि, मंकीपॉक्स वायरस का संक्रमण दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है और इसे सिर्फ सही रणनीति के साथ ही रोका जा सकता है. इस साल अब तक डब्ल्यूएचओ के 60 सदस्य देशों में मंकीपॉक्स के 16 हजार मामले मिले हैं और इनमें से 5 लोगों की मौत हुई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि, मंकीपॉक्स को हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया गया है ताकि सभी देशों के साथ इस बीमारी से निपटने के लिए प्रभावी रणनीति और सूचनाएं साझा की जा सके. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि फिलहाल मंकीपॉक्स का कोई विशेष इलाज नहीं है. इस वायरस से संक्रमित मरीजों को स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में ठहरना होगा ताकि संक्रमण फैल नहीं सके और सामान्य लक्षणों का उपचार किया जा सके.
बता दें कि मंकीपॉक्स वायरस मध्य और पश्चिम अफ्रीका के कई हिस्सों में दशकों से मौजूद है, लेकिन अफ्रीका महाद्वीप के बाहर इतने बड़े पैमाने पर इसका प्रकोप पहले कभी नहीं देखने को मिला. इस साल मई तक लोगों के बीच ना ही इसका व्यापक प्रसार हुआ था.
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Tags: Virus, WHOFIRST PUBLISHED : July 24, 2022, 05:00 IST