इस बार मोदी 3.0 कैबिनेट में बिहार के 8 सांसदों को शामिल किया गया है. 8 सांसदों में बीजेपी के गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, सतीश चन्द्र दुबे, राज भूषण चौधरी, जनता दल-यू से राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और कर्पूरी ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर, ‘हम’ से जीतान राम मांझी और लोजपा (रामविलास) से चिराग पासवान शामिल हैं. मंत्रिमंडल की शपथ लेने के एक दिन बाद सोमवार को मंत्रियों को उनके मंत्रिमंडल भी सौंप दिए गए. अधिकांश मंत्रियों को पुराने पोर्टफोलियों ही दिए गए हैं. बिहार की राजनीति में तेजी से उभरे लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख और सांसद चिराग पासवान को युवा मामले और खेल मंत्री बनाया गया है. ‘हम’ के जीतन राम मांझी को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय, गिरिराज सिंह को कपड़ा मंत्री बनाया गया है.
बीजेपी की पहली सरकार जब अटल बिहारी वाजपाई की बनी थी तब नीतीश कुमार और राम विलास पासवान के साथ 11 लोग कैबिनेट में शामिल किए गए थे.
इस बार फिर बिहार के लोगों के बीच यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि बिहार के 8 सांसदों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली है तो बिहार के विकास को गति मिलेगी. लेकिन कुछ का यह भी कहना है कि बिहार का कब कहां भला हुआ है. तरक्की तो सिर्फ नेता और उनके परिवारों की होती है. ये लोग पहले अपना पेट भरेंगे, फिर बिहार के विकास की सोचेंगे.
लेकिन बहुत से लोग इस बात से खुश हैं कि युवा नेता के साथ होशियार नेता भी मोदी 3.0 कैबिनेट में शामिल हुए हैं जिनसे बिहार के लोगों को फायदा हो पायेगा.
केंद्रीय मंत्रिमंडल में बिहार की भागीदारी को लेकर पटना के बेउर मोड़ के पास शिवपुरी पार्क में टहलने आने वाले युवा और बुजुर्गों में खासी बहस देखने-सुनने को मिली. चर्चा की शुरुआत सरोज शर्मा ने यह कहते हुए की कि काफी वर्षों बाद यह मौका बिहार को मिला है कि एकसाथ 8 लोग केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह बना पाएं हैं. इससे बिहार के विकास का मौका मिलेगा. सरोज शर्मा कहते हैं कि ये लोग थोड़ा-थोड़ा भी देश के साथ बिहार के विकास के लिए योगदान देंगे तो बिहार के विकास को बढ़ावा मिल सकेगा.
इनकी बातों को काटते हुए रिटायर्ड शिक्षक रामकेश्वर सिंह ने कहा कि 8 लोगों को कैबिनेट में जगह मिली है तो कुछ उम्मीद तो जरूर बनी है. लेकिन ज्यादातर लोग पहले अपने बारे में सोचते हैं फिर जनता के बारे में. इन पर विश्वास तभी किया जा सकता है जब ये नेता लोग काम करने को उतारू होंगे. क्योंकि देखा गया है कि जनता के विकास की जगह पहले अपना विकास करना शुरू कर देते हैं.
युवा छात्र प्रताप सिन्हा ने कहा कि चिराग पासवान जैसे लोग भी मंत्रिमंडल में शामिल हैं जिनसे लोग उम्मीद जता रहे हैं.
सूचना जनसंपर्क विभाग से रिटायर्ड शिवनारायण राय का कहते हैं कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार के योगदान के लिए इनके कार्यों का मूल्यांकन करना होगा. बिहार में गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय पहले से कैबिनेट में रहे हैं. लेकिन, इन्होंने कोई काम बिहार के लिए बढ़िया नहीं किया जिससे जनता का विकास हो सके. ये लोग सिर्फ धर्म-सम्प्रदाय की बातें करने में आगे हैं. शिवनारायण राय कहते हैं कि इस बार 8 सांसदों को बिहार के विकास का मौका मिला है. बिहार की जनता ने इन्हें चुनकर संसद भेजा है तो इन्हें भी बिहार की जनता के लिए अपना फर्ज निभाना चाहिए.
पीएचडी विभाग से रिटायर विजेंद्र राय का कहना है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में बिहार के आठ सांसदों को एक बार फिर से मौका मिला है कि बिहार का विकास करें लेकिन ज्यादातर लोग अपना विकास करने वाले हैं. लोगों का विकास कर पाएंगे यह कहना मुश्किल है. युवा नेता चिराग पासवान पर थोड़ा बहुत विश्वास है लेकिन और लोग विकास के बारे में कितना सोचते हैं यह तो आने वाला समय बताएगा. क्योंकि पहले भी 11-11 कैबिनेट के मंत्री रहे हैं लेकिन उस दौरान विकास कार्य नहीं कर पाए.
फाइनेंस विभाग से रिटायर्ड विधान चंद्र राय का कहना है कि इस बार मुजफ्फरपुर से सांसद राज भूषण चौधरी ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. इनको कम करने का मौका मिला है. इस बार इन्हें मौका मिला है तो ये लोग बिहार के लिए कुछ कर पाएंगे. वहीं, ललन सिंह जैसे तेज-तर्रार संसद को भी यह मौका मिला है.
विधान चंद्र राय का कहना है कि इस बार मुजफ्फरपुर से सांसद राज भूषण चौधरी ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ने ललन सिंह पर चुटकी लेते हुए कहा कि बुड़बक के बहनोई बनने से अच्छा है कि चालक व्यक्ति के नजदीकी बन जाएं और उसी का फायदा ललन सिंह जी को मिला है.
एक्साइज विभाग से रिटायर बीपी सिंह का कहना है कि बिहार के 8 सांसदों को कैबिनेट में जगह मिली है काफी खुशी की बात है इसका फायदा बिहार के लोगों को मिलेगा.
सेवानिवृत शिक्षक सुरेश प्रसाद का कहना है कि तीसरी बार मोदी की सरकार बनी है और इस बार बिहार के आठ लोगों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली है लेकिन ये लोग बिहार का विकास कर पाएंगे, हमें नहीं लगता है. पहले यह लोग अपना पेट भरते हैं उसके बाद जनता की सोचते हैं. इस बार भी यही होने वाला है.
व्यवसायी बिंदेश्वरी सिंह का कहना है कि बिहार में फैक्ट्री लगाने की जरूरत है ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके और यह काम बिहार सरकार, केंद्र सरकार से मिलकर करती है. उसमें ये 8 सांसद कड़ी जोड़ने का काम कर सकते हैं.
वही इन लोगों के बातों में अपनी बात रखते हुए डिफेंस से सेवानिवृत शशिकांत यादव का कहना है कि इस बार बिहार को अच्छी जगह मिली है बिहार के 8 सांसद केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं और इस बार इन लोगों को इस बात से सीख लेनी चाहिए कि केंद्रीय सत्ता में एनडीए की सरकार एक बार फिर बनी है लेकिन आगे देश में रोजगार नौकरी और अग्नि वीर जैसे मसलों को हल नहीं किया गया तो आगे जनता उन्हें सत्ता से उतार सकती है इसलिए इन चीजों पर विशेष ध्यान देकर कार्य करने की जरूरत है और बिहार के आठ सांसद जो केंद्र में मंत्री बनेंगे उन्हें बिहार के लोगों की सोच के अनुसार कार्य करने की जरूरत है
प्राइवेट जॉब करते-करते बुजुर्ग हो गए अजय सिंह का कहना है कि हमने बरसों से बिहार के सांसदों को मंत्री बनते देखा है लेकिन अभी तक विशेष कार्य विकास की जनता के लिए करते हुए नहीं देखा है इस बार भी हमें लगता है कि वह सिर्फ अपने मंत्री पद को लेकर खुश रहेंगे लेकिन जनता का काम होगा कि नहीं यह कहना मुश्किल है.
Tags: Bihar News, Loksabha Elections, PATNA NEWSFIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 12:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed