गरीब का केस हो तो आधी रात को भी बुला लो CJI सूर्यकांत की टिप्पणी और 2015 की
गरीब का केस हो तो आधी रात को भी बुला लो CJI सूर्यकांत की टिप्पणी और 2015 की
Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट में अक्सर ही ऐसे मामले सामने आते हैं, जिनका दूरगामी महत्व होता है. खासकर संविधान और कानून पर असर डालने वाले मामलों में शीर्ष अदालत की ओर से कई बार स्वत: संज्ञान लेकर भी मामले की सुनवाई की जाती है. मौजूदा CJI जस्टिस सूर्यकांत ने हाल में ही एक मामले की सुनवाई के दौरान कहा था कि गरीबों के लिए वे आधी रात तक बैठने के लिए तैयार हैं. उनकी इस टिप्पणी से 10 साल पुरानी एक घटना की याद ताजा हो गई, जिसमें अप्रत्याशित तौर पर सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच सुबह 3 बजे बैठी थी.