जन्मदिन : उद्धव ठाकरे जो फोटोग्राफी पर दो किताब लिख चुके हैं 21 साल की उम्र में लवमैरिज
जन्मदिन : उद्धव ठाकरे जो फोटोग्राफी पर दो किताब लिख चुके हैं 21 साल की उम्र में लवमैरिज
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना के सुप्रीम उद्धव ठाकरे 27 जुलाई को 62 साल के हो गए. ठाकरे परिवार से ताल्लुक रखने वाले उद्धव को लोग उनके विनम्र व्यवहार और शालीन छवि के लिए जानते हैं. वह राजनीति में आने के बहुत इच्छुक नहीं थे. इसके बाद भी पिता की इच्छा के चलते उन्होंने इसमें कदम रखा.
हाइलाइट्सउद्धव शिवसेना को स्थापित करने वाले बाल ठाकरे के बेटे हैंउनकी दिलचस्पी राजनीति में नहीं बल्कि फोटोग्राफी में थीउन्होंने एक एड एजेंसी भी चलाई थी, जिसे बंद करना पड़ा
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना के सुप्रीमो उद्धव ठाकरे का आज जन्मदिन है. उनका जन्म मुंबई में 27 जुलाई 1960 को हुआ था. उनके जीवन की कई बातें ऐसी हैं जो वाकई हमें जानना चाहिए. उनकी दिलचस्पी एक जमाने में फाइन आर्ट्स और फोटोग्राफी में थी. फाइन आर्ट्स का तो उन्होंने कोर्स किया तो फोटोग्राफी में उनकी पकड़ इस कदर थी कि उन्होंने इस पर 02 किताबें लिख डाली थीं.
उद्धव का पूरा नाम उद्धव बाल केशव ठाकरे है. उन्हें युवावस्था से ही अलग किस्म के तेवरों के लिए जाना जाता रहा. घर के कट्टर राजनैतिक माहौल में पलने -बढ़ने के बाद भी उद्धव की रुचि कला में थी. उन्होंने इसकी पढ़ाई की. जब वह मुंबई के जेजे इंस्टीट्यूट ऑफ अप्लाइड आर्ट से पढ़ाई कर रहे थे, तभी उनकी दिलचस्पी फोटोग्राफी में दिलचस्पी जागी.
फोटोग्राफी के लिए कई अवार्ड्स जीते
वो फोटोग्राफी करने लगे. ये सिर्फ शौक तक सीमित नहीं रहा. उन्होंने फोटोग्राफी में कई अवार्ड्स भी जीते. बाद में पिता बाल ठाकरे को भी उद्धव ने फोटोग्राफी के हुनर सिखाये. फोटोग्राफी पर उनकी दो किताबें भी आ चुकी हैं जो महाराष्ट्र की कला और संस्कृति की कहानी कहती हैं.इसमें उन्होंने महाराष्ट्र के तमाम किलों और जगहों के तमाम एंगल से फोटो लिये हैं,. खासकर इसकी एरियल शाट से ली गईं तस्वीरें तो गजब की हैं
महज 21साल की उम्र में शादी की
निजी रिश्तों को लेकर भी वह अपनी जिद के लिए जाने जाते रहे. वो बाल ठाकरे, जिनकी एक गरज से सारा महाराष्ट्र थर्राता था, उनकी मर्जी के खिलाफ उद्धव ने एक लड़की पसंद की. उसी से शादी की. महज 21 साल की उम्र में जब उद्धव रश्मि को ब्याहकर घर लाए तो नए जोड़े को परिवार के गुस्से और ठंडेपन का सामना करना पड़ा, हालांकि वक्त के साथ उन्हें अपना लिया गया.
रश्मि से प्रेम विवाह किया
जो लोग ठाकरे परिवार को करीब से जानते हैं, वो बताते हैं कि रश्मि ठाकरे राज ठाकरे की बहन जयवंती ठाकरे की सहेली थीं. जयवंती ठाकरे ने ही रश्मि ठाकरे को पहली बार उद्धव ठाकरे से मिलवाया था. तब उद्धव ठाकरे राजनीति में बहुत सक्रिय नहीं थे. वो फोटोग्राफी किया करते थे. उन्होंने अपनी एक एड एजेंसी चौरंग शुरू की थी, हालांकि ये एजेंसी सफल नहीं हो पाई और इसे बंद करना पड़ा लेकिन रश्मि से उनकी पहचान धीरे-धीरे दोस्ती में बदली. दोस्ती प्यार में बदल गई.
13 दिसंबर 1988 को दोनों ने एक-दूसरे के साथ सात फेरे ले लिये. उनके दो बेटे हैं, आदित्य ठाकरे और तेजस ठाकरे आदित्य राजनीति में पूरी तरह सक्रिय हैं. वह महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं तो उनके छोटे बेटे आदित्य को राजनीति में बिल्कुल दिलचस्पी नहीं है. वह वन्यजीव शोधकर्ता हैं.
राजनीति में आने को लेकर बहुत इच्छुक नहीं थे
शुरुआती दौर वे सक्रिय राजनीति से जुड़े हुए नहीं थे, बल्कि अपने संपादकीय कौशल की वजह से मराठी अखबार सामना का बखूबी संपादन कर रहे थे. इसी दौरान वे चुनावी गतिविधियों में भी अपना योगदान दिया करते लेकिन राजनीति में उनका दखल शुरू हुआ साल 2002 से, जब उन्होंने नगर निगम का चुनाव जीता. इसके अगले ही साल उद्धव को पार्टी का वर्किंग प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया. हालांकि ये भी सच है कि एक जमाने में वो राजनीति में आने को लेकर अनिच्छुक थे.
विनम्र व्यवहार और काम की तारीफ
तब से लेकर उनका चुनावी सफर लगातार आगे बढ़ता ही गया. हालांकि उनकी राजनैतिक शख्सियत पर लगातार सवाल भी उठते रहे. मसलन महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राजनेता नारायण राणे ने सार्वजनिक तौर पर उद्धव की राजनैतिक क्षमताओं पर सवाल उठाया था. ऐसी कई घटनाएं राजनैतिक पटल पर होती रहीं, जिनके बावजूद उद्धव की छवि एक मजबूत नेता की बनी. हालांकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर उनके विनम्र व्यवहार और बेहतर काम की भी लोगों ने तारीफ की.
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Tags: Shivsena, Uddhav thackeray, Uddhav Thackeray newsFIRST PUBLISHED : July 27, 2022, 12:51 IST