एमेज़ान का क्या मायने होता हैजानिए

खरीद फरोख्त की साइट एमेज़ॉन अब भारत के लिए न तो अपरिचित नहीं है. करोड़ों भारतीय रोज इस साइट पर जा कर अपनी खरीददारी करते हैं. लेकिन इस शब्द के क्या मायने हैं और इसका भारत से क्या संबंध है जानने के लिए पढ़िए ये लेख.

एमेज़ान का क्या मायने होता हैजानिए
हाइलाइट्स नवाब वाजिद अली शाह के दौर में भी इस्तेमाल होता था ये शब्द एमेज़ॉन इस दौर में घर घर में घुसा हुआ नाम है. वही एमेज़ॉन,जिससे स्त्री-पुरुष, बाल-वृद्ध सभी खरीददारी कर रहे हैं. बगैर दुकानदार से हुज्जत किए, डिसकाउंट के साथ. जहां कहीं भी इंटरनेट है एमेज़ॉन वहां अनजाना नाम नहीं है. भारत में फिलहाल आधे से ज्यादा आबादी के पास नेट की सुविधा है और 2025 में 90 करोड़ से ज्यादे के पास हो जाने की उम्मीद है. खैर एमेज़ॉन दक्षिण अमेरिका में एक नदी भी है. इस नदी को हम हिंदी में अमेज़न लिखते रहे हैं. अंग्रेजी में दोनों की स्पेलिंग एक ही है. इसे दुनिया की सबसे बड़ी नदी कहा जाता है. वैसे तो इस शब्द का का सही उच्चारण भी कम दुरुह नहीं है. कई बार एफएम रेडियो पर इसके अलग अलग उच्चारण पर छोटे छोटे प्रोग्राम भी सुने गए हैं. बहरहाल, बात एमेज़ॉन शब्द के मायने की है. नदी के अलावा ये भी एक मायने दक्षिण अमेरिका की नदी के अलावा भी इस शब्द का एक मायने होता है. शब्द कोष में इसका मायने वीर स्त्री बताया जाता है. लेकिन इसका इतिहास दास प्रथा से जुड़ा हुआ है. अफ्रीकी महिलाओं को शासक मतलब अंग्रेज अपने काम काज में लगाते थे. इस लिहाज से वे ऐसी ही महिलाओं को चुनते थे जो शारिरिक तौर पर मजबूत हों. उन्हे भी एमेज़ॉन कहा जाता था. ग्रीक कहानियों में महिलाओं योद्धाओं की एक जाति को एमेज़ॉन कहते रहे हैं. हो सकता है इसी से आगे चल कर इसका प्रयोग पश्चिम में ऐसी महिलाओं के लिए किया जाने लगा हो, जो लंबी गर्दन वाली तगड़ी और देखने में पुरुषों जैसी लगती हों. लिहाजा इसका एक मायने ये भी हो गया कि लंबी गर्दन वाली तगड़े पुरुष जैसी दिखने वाली महिला. भारत से रिश्ता एमेज़ॉन का रिश्ता भारत से भी जुड़ा हुआ है. लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह ने पूरी पूरी एक हब्शिया पलटन ही रखी हुई थी. इसमें शारिरिक तौर पर काफी मजबूत अफ्रीकी महिलाएं थी. ये ज्यादातर वही अफ्रीकी महिलाएं थी, जो गुलाम के तौर पर यहां लाई गईं थी. वाजिद अली शाह के हरम के अलावा एक परीखाना भी था. हरम में नवाब अपनी बेगमात को रखते थे. हालांकि बेगम बनने के कई कायदों में एक ये भी था कि नवाब पसंद की युवती से मुताह यानि करार वाली शादी करते थे. इस दरम्यान अगर उन्हें बेटा हो गया तो उन्हें हरम में जगह मिल जाती थी. इस लिहाज से हरम भी बहुत बड़ा था. इसके अलावा नवाब को जो युवतियां पसंद आती उन्हें वे अपने परीखाने में शामिल कर लेते. परीखाने में रहने वाली युवतियां नाच गाना सीखती थी. बाद में ज्यादातर तवायफ बन कर मनोरंजन करती या नवाब उनसे और काम कराते. ऐसा लगता है कि हब्शिया पलटन का काम इस पूरे अमले की देख-रेख करना रहा होगा. क्योंकि उस वक्त महिलाएं शासन के काम में ऐसी कोई बाधा नहीं पैदा करती थी कि उनसे निबटने के लिए महिलाओं की कोई पलटन रखी जाय. पलटन शब्द प्लाटून से निकला माना जा सकता है. अंग्रेज अपनी सेना को प्लाटून में बांट कर रखते थे. अभी भी सेना और पुलिस में बटालियन के तहत कई प्लाटून रखा जाते हैं. मुगलों और नवाबों के दौर में इसी प्लाटून को पलटन का नाम दे दिया गया. नवाब की इस हब्शिया पलटन में शामिल महिलाओं को अंग्रेजी में एमेज़ॉन ही कहा जाता रहा. यानी उस दौर में अफ्रीका से लाई गई वो महिला जो जिस्मानी तौर पर काफी मजबूत हो और किसी की नौकरी (गुलामी भी पढ़ सकते हैं) कर रही हो उसे उस दौर में अंग्रेजी में अमेजन कहा जाता रहा. इसका उल्लेख कई अंग्रेजी-हिंदी किताबों में मिलता है. Tags: Online ShoppingFIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 14:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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