बेंगलुरु में जेम्‍स बॉन्‍ड जैसे हाईटेक जुआरियों का गिरोह पुलिस हैरान है उनके कारनामों से

बेंगलुरु पुलिस ने जुआरियों का ऐसा गिरोह पकड़ा है जो स्‍पेशल कॉन्‍टैक्‍ट लेंस, QR कोड वाले कार्ड्स के जरिए अपने विरोि‍धियों के कार्ड्स जान लेते थे और फिर उन्‍हें गेम में हराकर बाजी जीतते थे. बीते दो सालों में यह दूसरा मामला है.

बेंगलुरु में जेम्‍स बॉन्‍ड जैसे हाईटेक जुआरियों का गिरोह पुलिस हैरान है उनके कारनामों से
हाइलाइट्सबेंगलुरू में हाईटेक का इस्‍तेमाल कर रहे थे जुआ‍री, पुलिस ने पकड़ा कॉन्‍टैक्‍ट लेंस और स्‍पेशल कार्ड्स के जरिए जीत जाते थे बाजी हर कार्ड्स में QR कोड, जिससे विरोधी का कार्ड पहचान लेते थे बेंगलुरू. यशवंतपुर पुलिस ने एक ऐसे जुआ गिरोह का पर्दाफाश किया है जो स्‍पेशल कॉन्‍टैक्‍ट लेंस और माइक्रो चिप्‍स वाले कार्ड्स के जरिए अपने विरोधियों के कार्ड को स्कैन कर लेते थे ताकि हर गेम जीत सकें. अभी तक ऐसी तकनीक खासतौर पर जेम्‍स बॉन्‍ड की फिल्‍मों में दिखाई जाती थी. हालांकि यह बीते दो सालों में दूसरा मामला है. इससे पहले 2020 में आरटी नगर के इमरान बिन इस्‍माइल को बेगलुरू सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने ऐसी तकनीक का इस्‍तेमाल करते हुए अवैध कमाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. बेंगलुरू पुलिस ने जुआरियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था, लेकिन हर बार उसे नई और हाईटेक तकनीक चकित कर रही है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि करीब एक हफ्ते पहले महंतेश और रमेश को गिरफ्तार किया गया था जो सादे कार्ड के साथ जुआ खेलते हुए पकड़े गए थे. इनमें एक QR कोड एम्‍बेडेड था और नैनो चिप लगी थी. इससे जुआरियों को यह पता चल जाता था कि उनके विरोधियों के पास कौन-कौन से कार्ड हैं, इससे उन्‍हें जीत का दांव खेलने को मिल जाता था. कार्ड पर बने QR कोड को कॉन्‍टैक्‍ट लेंस की मदद से स्‍कैन कर लेते थे महंतेश और रमेश ने पूछताछ में खुलासा कि कि कार्ड पर बना QR कोड स्‍कैन करने और कॉन्‍टैक्‍ट लेंस के जरिए वे अन्‍य खिलाडि़यों को हरा देते थे. ये कार्ड्स आम आदमी के लिए सामान्‍य कार्ड्स जैसे ही होते थे, लेकिन इन्‍हें चालाकी से बदल दिया गया था. इनमें नैनो चिप था और क्‍यूआर कोड को कार्ड के कवर पर बनी डिजाइन में छिपाया गया था. इस QR कोड को स्‍कैन करने के लिए जुआरी एक खास लेंस पहनते थे. इसके जरिए वे टेबल पर मौजूद अन्‍य खिलाडि़यों के पास कौन- कौन से कार्ड्स है, यह पता लगा लेते थे. इसके बाद खेल जीतने के लिए वे अपनी चाल चलते थे. पुलिस ने बताया कि इन जुआरियों को मालूम होता था कि पूरे कैमरे में जासूसी कैमरे भी लगे हुए थे. इससे उन्‍हें कार्ड्स की जानकारी मिल जाती थी और वे इसे अपने खिलाडि़यों को दे देते थे. वे अलग-अलग टेबलों पर जाकर खेल जीतने की कोशिश करते थे. इन लोगों को ईयरपीस के माध्‍यम से भी जानकारी मिलती थी और उसके बाद वे अपनी चाल चलते थे. आरोपियों के साथ खेलने के बाद समझी उनकी कारस्‍तानी  पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इन जुआरियों की तकनीक समझने के लिए हमने आरोपियों के साथ यह खेल खेला और समझा कि आखिर ये लोग किसी खेल में कैसे जीत हासिल करते थे. पुलिस ने बताया कि आरोपी अपने काम के माहिर हैं और वे किसी को भी आसानी से हरा सकते हैं. इनके पास हाईटेक लेंस मिले हैं जो ऑनलाइन खरीदे गए थे. इन उपकरणों के निर्माता और वितरकों का दिल्‍ली और राजकोट में पता लगाया गया है. पुलिस पहले पकड़े गए इमरान और हाल में पकड़ाए दोनों आरोपियों के बीच में लिंक भी तलाश कर रही है क्‍योंकि ये दोनों के तौर-तरीके एक जैसे हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: BangaloreFIRST PUBLISHED : November 28, 2022, 17:42 IST