बड़ा ही चमत्कारी है यह शिवलिंग धरती से खुद ही हुआ था प्रकट जानिए मान्यता

न्यूज़ 18 लोकल की टीम को शिवमंदिर के पुजारी केशव नंद महाराज ने बताया कि यह शिवमंदिर बहुत ही प्राचीन है. यह मंदिर दूर-दूर तक चर्चित है. इस मंदिर को सांझक गांव में बने हुए करीब ढाई सौ साल से भी अधिक हो गया है.

बड़ा ही चमत्कारी है यह शिवलिंग धरती से खुद ही हुआ था प्रकट जानिए मान्यता
अनमोल कुमार/ मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में तमाम मंदिर हैं, जो कि अपनी अलग-अलग मान्यताओं को लेकर काफी प्रसिद्ध हैं. वहीं मुजफ्फरनगर में एक मंदिर ऐसा भी है, जो काफी प्रसिद्ध है. इस मंदिर में दूर-दूर से लोग दर्शन करने आते हैं. क्योंकि यह मंदिर जनपद मुजफ्फरनगर ही नहीं बल्कि अन्य जनपदों में भी काफी मशहूर है. बताया जाता है कि यहां पर सैकड़ों साल पहले स्वयं धरती से एक शिवलिंग प्रकट हुआ था. आज वहां पर भगवान भोले नाथ का मंदिर बना हुआ है. जिससे लोगों की काफी आस्था भी जुड़ी हुई है. मान्यता है कि जो भी भक्त यहां पर सच्चे मन से पूजा करता है, तो उसकी मन् की मुराद पूरी हो जाती है. न्यूज़ 18 लोकल की टीम को शिवमंदिर के पुजारी केशव नंद महाराज ने बताया कि यह शिवमंदिर बहुत ही प्राचीन है. यह मंदिर दूर-दूर तक चर्चित है. इस मंदिर को सांझक गांव में बने हुए करीब ढाई सौ साल से भी अधिक हो गया है. यहां शिवलिंग धरती से खुद प्रकट हुआ था, जिसे देखकर ग्रामीण भी अचंभित हो गये थे. ग्रामीणों ने शिवलिंग को बाहर निकालने की थी कोशिश बताया जाता है कि ग्रामीणों के द्वारा शिवलिंग को धरती से बाहर निकलनो की भी कोशिश की गई थी. लेकिन जब भी ग्रामीण धरती को खोदने और शिवलिंग को बाहर निकालने की कोशिश करते, तो तभी शिवलिंग और भी धरती के अंदर समा जाता था. जिसे देखकर सभी ग्रामीण भी हैरान रह गए थे. लेकिन फिर एक दिन सांझक गांव के ही पास में बरवाला गांव के रहने वाले शिव भगत भगवानसा को सपने में भोलेनाथ के दर्शन हुए. शिव भगवान ने भगवानसा के सपने में आकर आदेश दिया कि जहां पर मेरा शिवलिंग निकला है, उस जगह पर मेरा मंदिर बनवाया जाए. तभी भगवानसा ने ग्रामीणों की सहमति और ग्रामीणों के समर्थन से इस मंदिर का निर्माण कराया.और स्वयं ही पैदल चलकर हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लाकर इस मंदिर में शिवलिंग का जलाभिषेक किया. तभी से यहां पर श्रद्धालु पूजा अर्चना करने लगे. हर मनोकामना होती है पूरी मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह शिवलिंग बहुत ही चमत्कारी है, जो भी भक्त अपनी सच्ची श्रद्धा से भगवान भोलेनाथ को दूध या गंगाजल से शिवलिंग पर जलाभिषेक करता है और अपनी मन् की मुरादे भगवान भोलेनाथ से मांगता है तो भगवान भोलेनाथ उस भक्त की मन् की मुराद को जरूर पूरी करते हैं. Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : June 3, 2024, 13:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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