FD से कम नहीं है ये खेती एक बार लगाएं और सालों तक करें मौज!

कटहल की खेती के लिए किसान दोमट मिट्टी या फिर काली व चिकनी मिट्टी भी इसकी खेती के लिए उपयोगी मानी जाती है. साथ ही किसानों को यह ध्यान देना होगा कि खेत में जल निकासी की उचित व्यवस्था भी हो.

FD से कम नहीं है ये खेती एक बार लगाएं और सालों तक करें मौज!
सौरभ वर्मा/रायबरेली: अगर आप भी बागवानी से अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं. तो आज हम आपको एक ऐसी बागवानी की फसल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें सिर्फ एक बार लागत लगती है और कई सालों तक मुनाफा मिलता है. दरअसल, हम जिस बागवानी फसल की बात कर रहे हैं वह एक ऐसी फसल है जिसे फल व सब्जी दोनों के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. जी हां हम बात कर रहे हैं कटहल की खेती की. आइए कृषि विशेषज्ञ से जानते हैं इसकी खेती करने के तौर तरीकों के बारे में जिससे किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सके. इसे फल व सब्जी दोनों रूप में इस्तेमाल किया जाता है.यह दोनों रूप से ही हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होता है. दरअसल इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को मजबूत बनाए रखने में कारगर होते हैं. बागवानी के क्षेत्र में 10 वर्षों का अनुभव रखने वाले रायबरेली के उद्यान निरीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह (Bsc Ag इलाहाबाद विश्वविद्यालय) बताते हैं कि कटहल की खेती एक ऐसी खेती है जिसकी शुरुआत करने पर ज्यादा खर्च की जरूरत नहीं पड़ती है. एक हेक्टेयर में इसकी खेती की शुरुआत करने पर लगभग 20 से 25 हजार रुपये की लागत आने के साथ ही किसानों को इसमें ज्यादा मेहनत और न ही इसकी ज्यादा निगरानी करनी पड़ती है. यह मिट्टी है उपयोगी वह बताते हैं कि कटहल की खेती के लिए किसान दोमट मिट्टी या फिर काली व चिकनी मिट्टी भी इसकी खेती के लिए उपयोगी मानी जाती है. साथ ही किसानों को यह ध्यान देना होगा कि खेत में जल निकासी की उचित व्यवस्था भी होनी चाहिए. दरअसल अत्यधिक जल जमाव या अत्यधिक वर्षा वाले क्षेत्र में यह फसल नहीं तैयार हो सकती है. यह है कटहल की उन्नति किस्म वह बताते हैं कि कटहल की खेती करने से पहले इसकी उन्नत किस्म की प्रजातियां का चयन करें जिससे उन्हें अधिक पैदावार मिल सके. कटहल की उन्नत किस्म की प्रजातियां में सिंगापुरी,गुलाबी, रुद्राक्षी, खज़वा,बारहमासी कटहल आते हैं. इन प्रजातियों का चयन करके किसान कम लागत में बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. 4 से 5 वर्ष बाद फल देना शुरू कर देता है पौधा कटहल का पौध रोपाई करने के चार से पांच साल बाद फल देना शुरू कर देता है. इसीलिए किसान इस समय अंतराल में इस खेत में मौसमी सब्जियों की खेती करके चार से पांच वर्ष में होने वाले नुकसान की भरपाई भी कर सकते हैं एक हेक्टेयर में लगाएं इतने पौधे LOCAL 18 से बात करते हुए उद्यान निरीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह बताते हैं कि कटहल की खेती करने वाले किसान एक हेक्टेयर में लगभग 100 पौधों का रोपण करें साथ ही उन्हें यह ध्यान देना होगा कि यह रोपाई पक्तियों में होगी .पंक्ति से पंक्ति के बीच की दूरी 10 × 10 मीटर वह पौधे से पौधे के बीच की दूरी 10 × 10 मीटर होनी चाहिए. जून जुलाई का महीना इसकी रोपाई का उपयुक्त समय माना जाता है क्योंकि इस माह में मानसून आ जाता है जिससे पौधों की सिंचाई भी कम करनी पड़ती है. साथ ही वह बताते हैं कि बाजारों में अच्छे दाम मिलने पर एक हेक्टेयर में किसान कटहल की खेती से सालाना 2 से 2.5 लाख रुपए तक की कमाई कर सकते हैं. Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : May 31, 2024, 11:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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