बारिश का कहर पूर्वोत्तर में बाढ़ से तबाही अरुणाचल के 7 जिलों से संपर्क टूटा

पूरा देश मानसून के आगोश में आ चुका है. हर तरफ बारिश हो रही है. इस बीच भारी बारिश के कारण पूर्वोत्तर के कई इलाकों में बाढ़ ने तबाही मचा दी है. कई इलाकों से सड़क संपर्क टूट गया है.

बारिश का कहर पूर्वोत्तर में बाढ़ से तबाही अरुणाचल के 7 जिलों से संपर्क टूटा
मई-जून में देश के अधिकतर इलाकों ने भीषण तपिश का कहर झेला. इस दौरान गर्मी ने कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए. लेकिन, अब मौसम ने करवट बदल ली है. पूरे देश को मानसून ने कवर कर लिया है. लेकिन, यह मानसून भी कई इलाकों में कहर बन गया है. पूर्वोत्तर के कई इलाके भीषण बाढ़ की चपेट में हैं. असम में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं. राज्य की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. गुरुवार को जारी एक सरकारी बुलेटिन में बताया गया कि बाढ़ के कारण राज्य के 29 जिलों में 16.50 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं. ब्रह्मपुत्र, दिगारू और कोलोंग नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. वहीं, कामरूप (मेट्रो) जिले में अलर्ट जारी किया गया है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा बृहस्पतिवार को गुवाहाटी के मालीगांव, पांडु पोर्ट और मंदिर घाट के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे. असम सरकार के कैबिनेट मंत्री भी बृहस्पतिवार से अगले तीन दिनों तक बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा करेंगे और स्थिति का जायजा लेंगे. असम में इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है तथा तीन अन्य लोग लापता हैं. बाढ़ के कारण बारपेटा, विश्वनाथ, कछार, चराईदेव, चिरांग, दारांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप मेट्रोपोलिटन, कार्बी आंगलोंग, करीमगंज, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनितपुर जिले प्रभावित हैं. असम में जारी बाढ़ के संकट के कारण धुबरी में सबसे ज़्यादा 2.23 लाख प्रभावित हैं, इसके बाद दरांग में लगभग 1.84 लाख लोग और लखीमपुर में 1.66 लाख से ज़्यादा लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं. ब्रह्मपुत्र नदी निमाटीघाट, तेजपुर, गुवाहाटी, ग्वालपाड़ा और धुबरी में ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है. अरुणाचल में स्थिति चिंताजनक उधर अरुणाचल प्रदेश में भी स्थिति चिंताजनक है. बारिश के कारण हुए भूस्खलन से बृहस्पतिवार को कम से कम सात जिलों से सड़क संपर्क टूट गया. भूस्खलन के कारण सियांग, पूर्वी सियांग, ऊपरी सियांग, पश्चिमी सियांग, शि योमी, लेपा रादा और ऊपरी सुबनसिरी जिले प्रभावित हैं. लोक निर्माण विभाग में राजमार्ग के सहायक अभियंता गेमर पाडू ने बताया कि भूस्खलन के बाद पासीघाट-पंगिन-आलो सड़क पर राष्ट्रीय राजमार्ग-13 का एक हिस्सा अवरुद्ध हो गया. सियांग जिले में लोकपेंग और पांगिन तिराहे की ओर जाने वाले मार्ग पर एक विशाल पत्थर के गिर जाने से सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई. उन्होंने कहा कि हल्के वाहनों के आवागमन के लिए सड़क को साफ किया जा रहा है. भूस्खलन के कारण निगमोई-आलो बाईपास सड़क भी अवरुद्ध हो गई. ऊपरी सियांग जिले की सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी वाई जेरांग ने बताया कि भूस्खलन के कारण टूटिंग उप-मंडल का संपर्क जिले के बाकी हिस्सों से कट गया है. उन्होंने बताया कि मोयिंग और मिगिंग गांवों में 29 जून को कई स्थानों पर भारी भूस्खलन होने के कारण टूटिंग से सड़क संपर्क पूरी तरह से कट गया है. उन्होंने कहा कि टूटिंग जाने वाले यात्री ऊपरी सियांग के जिला मुख्यालय यिंगकिओंग में फंसे हुए हैं. पीडब्ल्यूडी राजमार्ग विभाग के अधिकारी के हवाले से डीआईपीआरओ ने कहा कि यदि मौसम ठीक रहा तो सड़क पर आवागमन को पूरी तरह से बहाल करने में कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा. Tags: Assam FloodFIRST PUBLISHED : July 4, 2024, 14:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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