स्वाद लिए देशभर में मशहूर है यह खास आम खूब हो रही इसकी डिमांड
स्वाद लिए देशभर में मशहूर है यह खास आम खूब हो रही इसकी डिमांड
जिले के व्यापारियों ने बागवानों से बंबइया आम की खरीद 22 रुपये किलो के हिसाब से की है. कमालगंज के आम आढ़ती लालजी चौरसिया ने बताया कि बनारस में यहां का आम बहुत पसंद किया जाता है.
सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद:आम को सभी फलों का राजा कहा जाता है. इसकी खेती भारत में प्राचीन समय से ही की जाती रही है. गर्मियों के इस मौसम में उत्तर भारत के विभिन्न जिलों के साथ ही फर्रुखाबाद के बागों में भी आम अपनी खुशबू बिखेर रहा है. आलू की खेती के लिए मशहूर इस क्षेत्र में आम की बागवानी भी अपना रंग दिखाती है. इस बार फसल भले ही कमजोर रही, पर शुरुआती भाव बागवानों को भा रहा है.
जिले के व्यापारियों ने बागवानों से बंबइया आम की खरीद 22 रुपये किलो के हिसाब से की है. कमालगंज के आम आढ़ती लालजी चौरसिया ने बताया कि बनारस में यहां का आम बहुत पसंद किया जाता है. जिस प्रकार इस साल आम की पैदावार कम हुई है, जिसको देखकर किसानों को बंपर डिमांड मिल रही है.
ऐसे होती है आम की तोड़ाई
आम का साइज बढ़ने के साथ ही जब यह पकने लगता है, तो इसका रंग बदल जाता है. आम का फल पकने में आमतौर पर 15 से 16 सप्ताह का समय लगता है. बांस की सीढ़ी बनाकर इसके पके हुए फलों को इकट्ठा करने के लिए एक जाल बनाया जाता है. इसके साथ ही आसानी से सावधानीपूर्वक आम को डाल से तोड़ने के बाद इसे पैक किया जाता है.
देश में प्रसिद्ध है यह किस्म
उत्तर प्रदेश में आम का बोलबाला है. इनमें बंबइया, दशहरी आम मुख्य रूप से काफी स्वादिष्ट होते हैं. इन्हें हर कोई पसंद करता है. इन आमों कोविभिन्न राज्यों के लोग बड़े चाव से खाते हैं. इस समय पर जिले के किसानों को इसकी तगड़ी डिमांड आ रही है. जिससे किसानों को अच्छा खासा लाभ मिल रहा है.
इन राज्यों में है बंबइया आम की तगड़ी डिमांड
फर्रुखाबादी बंबइया आम की मिठास वाराणसी, प्रयागराज के लोगों को भी मोह रही. अब तक पांच पिकअप बंबइया आम दूसरे शहरों में भेजा गया है. बनारस, प्रयागराज, सुल्तानपुर के साथ ही राजस्थान के कोटा व जयपुर भी यह आम भेजा गया है. इस आम को अन्य राज्यों में 25 किलो की प्लास्टिक के कैरेट में भरकर आम भेजा जा रहा है.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 9, 2024, 14:16 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed