Exclusive: टॉप 20 हैकर्स की मदद लेगा UIDAI आधार के सिक्योरिटी सिस्टम में खोजेंगे बग
Exclusive: टॉप 20 हैकर्स की मदद लेगा UIDAI आधार के सिक्योरिटी सिस्टम में खोजेंगे बग
आधार डेटा की सुरक्षा को लेकर जब तब उठने वाले सवालों को देखते हुए UIDAI ने अपने सिक्योरिटी सिस्टम में बग खोजने के लिए एथिकल हैकर्स की मदद लेने का फैसला किया है. उसने एक बग बाउंटी प्रोग्राम शुरू किया है, जिसके तहत टॉप 20 हैकर्स को सिस्टम की संभावित कमियां खोजने का काम दिया जाएगा.
हाइलाइट्सआधार डेटा की सुरक्षा के लिए इस तरह की कवायद की मांग लंबे समय से हो रही थीयूआईडीएआई शायद पहली सरकारी एजेंसी है, जो इस तरह का बग बाउंटी प्रोग्राम करने जा रही है.20 अलग-अलग हैकर्स या समूहों को UIDAI के CIDR की स्टडी करने का मौका दिया जाएगा
नई दिल्लीः भारत में आधार हर किसी के लिए कितना जरूरी है, ये सभी जानते हैं. 1.32 अरब भारतीयों का रिकॉर्ड रखने वाले आधार डाटा की सुरक्षा में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) कोई कोर कसर नहीं छोड़ता. हालांकि फिर भी जब तब इस डाटा की सुरक्षा को लेकर सवाल सामने आते रहे हैं. अब UIDAI ने अपने सिस्टम में संभावित कमियों का पता लगाने के लिए हैकर्स की मदद लेने का फैसला किया है. उसने एक बग बाउंटी प्रोग्राम शुरू किया है, जिसके तहत टॉप 20 हैकर्स को चुनकर आधार सिस्टम में संभावित बग खोजने का काम दिया जाएगा.
आधार डेटा की सुरक्षा के लिए इस तरह की कवायद की मांग लंबे समय से हो रही थी. एथिकल हैकर्स विश्व स्तर पर अग्रणी संगठनों के लिए ऐसा करते रहते हैं. up24x7news.com को UIDAI का 13 जुलाई को जारी एक आदेश मिला है, जिसमें उसने अपने सिस्टम पर बग बाउंटी प्रोग्राम चलाने के फैसले के बारे में बताया है. इस आदेश के मुताबिक, 20 अलग-अलग हैकर्स या समूहों को UIDAI के सेंट्रल आइडेंटिटी डेटा रिपोजिटरी (CIDR) की स्टडी करने का मौका दिया जाएगा, जो दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल डेटाबेस है. 1.32 अरब भारतीयों का आधार डाटा इसी में स्टोर रहता है.
हैकर्स के लिए नियम और शर्तें
हैकर्स के क्राइटेरिया को लेकर UIDAI के आदेश में कहा गया है कि चयनित उम्मीदवार को हैकरऑन, बगक्राउड जैसे टॉप 100 बग बाउंटी लीडर्स बोर्ड में होना चाहिए. या फिर माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, फेसबुक, या ऐप्पल आदि जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों द्वारा संचालित बाउंटी प्रोग्राम में सूचीबद्ध होना चाहिए. अगर हैकर्स इन मानकों को पूरा न करता हो तो उसे बग बाउंटी कम्युनिटी या प्रोग्राम में एक्टिव होना चाहिए और पिछले एक साल में वैलिड बग खोजने और इनाम हासिल करने वाला होना चाहिए.
भारतीय कैंडिडेट होना जरूरी
आदेश के मुताबिक, इस क्राइटेरिया का आधार पर चयनित होने के बाद आवेदक को यूआईडीएआई के साथ एक समझौता करना होगा, जिसमें लिखा होगा कि वह उसके निर्देशों का पालन करेंगे और किसी भी स्थिति में जानकारी का खुलासा नहीं करेंगे. इस आदेश की एक दिलचस्प बात ये भी है कि यूआईडीएआई ने कहा है कि ये 20 हैकर्स भारतीय नागरिक होने चाहिए और उनके पास वैलिड आधार नंबर होना जरूरी है.
सरकारी एजेंसी का अनोखा कदम
यूआईडीएआई शायद पहली सरकारी एजेंसी है, जो इस तरह का बग बाउंटी प्रोग्राम करने जा रही है. आदेश से यह स्पष्ट नहीं है कि इस काम के लिए एथिकल हैकर्स को पेमेंट किया जाएगा या नहीं. लेकिन काम शुरू करने से पहले उन्हें रजिस्ट्रेशन कराना होगा या फिर सूचीबद्ध किया जाएगा. यूआईडीएआई का कहना है कि उसका प्रयास CIDR में रखे गए आधार डेटा को सुरक्षित बनाना है और संभावित कमियों का पता लगाना है. इस प्रोग्राम में यूआईडीएआई के मौजूदा या पूर्व कर्मचारी हिस्सा नहीं ले सकेंगे. इसके अलावा ऐसा कोई भी नहीं होगा, जो पिछले 7 साल वर्षों में ऐसी कंपनी से जुड़ा रहा हो, जिसने तकनीकी सपोर्ट दिया हो या ऑडिट किया हो.
निजी हैसियत से करना होगा काम
आदेश में कहा गया है कि अगर 20 से अधिक आवेदन प्राप्त होते हैं तो यूआईडीएआई उनका मूल्यांकन करके टॉप 20 उपयुक्त उम्मीदवारों का चयन करेगा. एक स्वतंत्र समिति गठित की जाएगी जो कैंडिडेट्स के बैकग्राउंड, बग ढूंढने के पिछले रिकॉर्ड या संदर्भों की जांच और सत्यापन करेगी. यूआईडीएआई ने कहा है कि इस प्रोग्राम में या तो कोई व्यक्ति अकेला या समूह में हिस्सा ले सकता है. लेकिन वह न तो किसी संगठन सो जुड़ा हो या न ही उसका प्रतिनिधित्व करता हो. उसे अपनी निजी हैसियत से ही ये काम करना होगा. 13 जुलाई को जारी आदेश में जोर देकर कहा गया कि यूआईडीएआई सुरक्षित तरीके से आधार सेवाओं को संचालित करने के लिए अपने डेटा की सुरक्षा सिस्टम को लगातार अपडेट करता रहता है और मूलभूत सुरक्षा ढांचे को मजबूत बनाता रहता है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी |
Tags: Aadhaar Data, Hackers, UidaiFIRST PUBLISHED : July 19, 2022, 12:27 IST