चित्रकूट में ये है फ्री का स्विमिंग पूल खत्म नहीं होती भीड़
चित्रकूट में ये है फ्री का स्विमिंग पूल खत्म नहीं होती भीड़
चित्रकूट के जानकीकुंड के सामने स्थित प्रमोद वन में मां मंदाकिनी की जल धार अनवरत बहती रहती है. यहां मुंबई, दिल्ली और पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों से लोग तीर्थ यात्रा के लिए आते रहते हैं. सुबह से लेकर शाम तक लोग प्रमोद वन में प्राकृतिक स्वीमिंग पूल का आनंद लेते हैं. यहां सभी लोगों के लिए स्नान करना बिल्कुल मुफ्त है.
विकाश कुमार/चित्रकूट: मैदानी इलाकों में इस समय लोग भीषड़ गर्मी से बेहाल हैं. इससे राहत पाने के लिए लोग तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं. जिन इलाकों में स्वीमिंग पूल और वॉटर पार्क हैं वहां के लोग अपना दिन यहीं बिता रहे हैं, लेकिन कई इलाके ऐसे भी हैं जहां ऐसी कोई सुविधा नहीं है. ऐसा ही एक जिला है उत्तर प्रदेश का जिला चित्रकूट. धर्म नगरी चित्रकूट में कोई हाईटेक स्वीमिंग पूल और वॉटर पार्क नहीं है, लेकिन यहां के लोग प्राकृतिक स्वीमिंग पूल का आनंद ले रहे हैं. उनके स्वीमिंग पूल की खास बात यह है कि इसके लिए उन्हें एक रुपये भी खर्च नहीं करने पड़ते और लोग घंटों ठंडे पानी में नहाने का आनंद लेते हैं.
दरअसल, चित्रकूट में जानकीकुंड इलाके में एक जगह है प्रमोद वन जहां मंदाकिनी नदी की धारा अनवरत बह रही है. इसी प्रमोद वन में दूर-दूर से लोग आकर ठंडे पानी में घंटों स्नान करते हैं. इसकी खास बात यह है कि यहां लोगों को बहुत ज्यादा सुविधाएं तो नहीं मिल पाती हैं, लेकिन उनका एक रुपये खर्च भी नहीं होता. यहां न तो टिकट लगता है और न किसी भी तरह का कोई चार्ज.
दूर दूर से घूमने आते है लोग
चित्रकूट में रोजाना मुंबई, दिल्ली और पश्चिम बंगाल सहित कई अन्य जगहों से आने वालों की भीड़ लगी रहती है. यहां आने वाले सभी लोग चित्रकूट के प्रमोद वन में सुख-शांति से घंटो स्नान करते रहते हैं. यह वही चित्रकूट है जहां प्रभु श्री राम ने अपने वनवास काल के साढ़े ग्यारह वर्ष बिताए थे.
पर्यटन बोले बहुत सुंदर है नजारा
खजुराहो से आए तीरथ राम सहित अन्य श्रद्धालुओं ने बताया कि चित्रकूट का प्रमोद वन सुंदरता से भरा है और एकदम प्राकृतिक है. यहां आने से मन में शांति के साथ-साथ एक सुंदर दृश्य देखने को मिलता है. लोगों की एक यह भी मान्यता है कि यहां स्नान करने से सारे पाप भी नष्ट हो जाते हैं. पाप नष्ट होने के पीछे का कारण यह है कि जो जिस जल में लोग स्नान करते हैं वह सीधे मंदाकिनी से आता है. कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस स्थान पर बार-बार आते हैं.
FIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 15:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed