कैसे और कब होती है मिर्च की खेती यहां जानें इस फसल से जुड़ी हर एक डिटेल

Chilli Farming: मिर्च हम सभी के घर में मौजूद होती है. लेकिन इसकी खेती कैसे होती, यह बात बहुत कम लोग जानते हैं. बता दें कि मिर्च उन फसलों में से एक है, जिन पर कीड़े लगने का खतरा ज्यादा होता है.

कैसे और कब होती है मिर्च की खेती यहां जानें इस फसल से जुड़ी हर एक डिटेल
सौरभ वर्मा/रायबरेली: खाने के स्वाद को दमदार बनाने और बिगाड़ने का दम रखती है मिर्च (Chilli). मिर्च कम हो जाए तो जायका खराब हो जाता है और ज्यादा हो जाए तो खाना मुश्किल. कुछ लोग तो नजर उतारने के लिए भी इसका इस्तेमाल करते हैं. पर आप मिर्च खरीदते कहां से हैं? सिपंल है कि आप बाजार जाते हैं और मिर्च खरीद लेते हैं. लेकिन इसे तैयार करने के पीछे किसानों की दिन-रात की मेहनत होती है. बुवाई के समय से लेकर तमाम परेशानियों तक, हर एक बात को ध्यान में रख कर मिर्च उगाई जाती है. इस आर्टिकल में हम आपको मिर्च की खेती से जुड़ी ही कुछ जरूरी और दिलचस्प जानकारी देने वाले हैं. मिर्च की खेती करना नहीं है आसान अन्य फसलों की तुलना में मिर्च की फसल लगाते वक्त इसमें लगने वाले कीट एवं रोग का खतरा ज्यादा रहता है. वहीं, कुछ कीट ऐसे होते हैं जो फसल को पूरी तरीके से बर्बाद कर देते हैं. अलग-अलग पड़ाव से गुजरने के बाद मिर्च की फसल तैयार हो कर आपके घरों तक पहुंचती है. कब और कहां होती मिर्च की खेती? मिर्च की खेती जून से अक्टूबर वक्त के दौरान तैयार की जाती है. वहीं, रापाई जून से जुलाई और सितंबर से अक्टूबर के बीच होती है. आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में मिर्च की खेती बड़े पैमाने पर होती है. कितना होता है मुनाफा बता दें कि भारत के ढेर सारे किसान लगातार मिर्च की खेती कर रहे हैं. 1 एकड़ मिर्च की खेती करने पर 2 लाख तक का मुनाफा हो सकता है. मुनाफा इस बात पर भी निर्भर करता है कि किसान कितने क्षेत्र में खेती कर रहे हैं. हजारों रूपये का खर्च कर आप इस फसल में लाखों का फायदा कमा सकते हैं. एक्सपर्ट ने दिए कुछ कमाल के टिप्स रायबरेली के राजकीय कृषि केंद्र शिवगढ़ के सहायक विकास अधिकारी कृषि दिलीप कुमार सोनी बताते हैं कि मिर्च की फसल में मुख्य तौर पर थ्रिप्स कीट का खतरा ज्यादा रहता है. यह एक ऐसा कीट है जो फसल की नर्सरी से लेकर फसल कटाई (मिर्च की तुड़ाई) तक, मिर्च के पौधे को नुकसान पहुंचाता रहता है. इस कीट के लगने पर फसल की पैदावार पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है कैसे करें कीट की पहचान? कीट देखने में काले ,पीले , नारंगी या सफेद पीले रंग के होते हैं. इसके पंख झिल्लीदार दिखाई देते हैं. यह कीट आकार में हल्के लंबे और पतले होने के साथ ही छोटी उड़ान वाले होते हैं, जिनकी औसतन लंबाई 1 से 2 एमएम होती है. बचाव का तरीका एडीओ एजी बताते हैं कि मिर्च की फसल में या कीट लगने पर पौधे की पत्तियां नाव के आकार की होकर ऊपर की ओर मुड़ जाती हैं. साथ ही फूलों और फलों पर भी इसका असर तेजी से दिखाई देने लगता है. इसलिए इससे बचाव के लिए एडमायर इमिडाक्लोप्रिड 70% डबल्यूजी का पौधे पर छिड़काव करें. इसी के साथ ही स्पिनोसैड 45% एससी 75 मिली दवा को 200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव कर सकते हैं. Tags: Farming, Local18FIRST PUBLISHED : May 16, 2024, 10:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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