गार्डन में इस्तेमाल करें आम के छिलकों और चाय से बनी ये खाद

डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि आम के छिलके और उबली हुई चाय पत्ती में बहुत सारे हार्मोन पाए जाते हैं जो कि उत्प्रेरक का काम करते हैं. चाय पत्ती और आम के छिलके में एल्कोहल भी पाया जाता है. जिसकी वजह से इससे तैयार हुई खाद ग्रोथ प्रमोटर का काम करती है

गार्डन में इस्तेमाल करें आम के छिलकों और चाय से बनी ये खाद
शाहजहांपुर: फसल उगाने और अच्छा उत्पादन लेने के लिए मिट्टी में कई पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. लगातार मिट्टी की गिर रही गुणवत्ता की वजह से किसान रासायनिक खादों का इस्तेमाल करने लगे थे लेकिन अब धीरे-धीरे किसान प्राकृतिक और जैविक खेती की ओर बढ़ रहे हैं. जिसके लिए वह वर्मी कंपोस्ट या फिर गाय के गोबर और गोमूत्र से खाद बनाकर फसल उगा रहे हैं. लेकिन अगर किसान आम के छिलकों और उबली हुई चाय पत्ती से घर पर ही खाद बनाएं तो यह पौधों का विकास तेजी से करती है. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉक्टर एनपी गुप्ता ने बताया कि फसल उगने और अच्छा उत्पादन लेने के लिए मिट्टी में कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फासफोरस, पोटैशियम, कैल्शियम, सल्फर, जिंक, बोरान, कॉपर, मैंगनीज, मॉलिडेनम, मैग्नीशियम, और पोटाश जैसे कुल 16 पोषक तत्व पाए जाते हैं लेकिन लगातार बिगड़ते फसल चक्र और रासायनिक खादों के बढ़ते इस्तेमाल से मिट्टी में कई पोषक तत्वों की उपलब्धता बेहद निचले स्तर पर चली गई है. ऐसे में अगर किसान कूड़ा समझकर फेंके जाने वाले आम के छिलकों और उबली हुई चाय पत्ती से देसी खाद बनाकर इस्तेमाल करें तो किसानों को चमत्कारी नतीजे देखने को मिल सकते हैं. टॉनिक का काम करती है ये खाद डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि आम के छिलके और उबली हुई चाय पत्ती में बहुत सारे हार्मोन पाए जाते हैं जो कि उत्प्रेरक का काम करते हैं. चाय पत्ती और आम के छिलके में एल्कोहल भी पाया जाता है. जिसकी वजह से इससे तैयार हुई खाद ग्रोथ प्रमोटर का काम करती है. इस खाद का इस्तेमाल करने से किसानों को तत्काल रिजल्ट देखने को मिलते हैं. घर पर कैसे तैयार करें देसी खाद? डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि आम के छिलके और चाय पत्ती से देसी खाद बनाने के लिए मिट्टी का बड़ा बर्तन और पानी की आवश्यकता होती है. सबसे पहले आम खाने के बाद छिलकों को धोकर इकट्ठा कर लें. इकट्ठे किए हुए छिलकों को मिट्टी के मटके में डाल दें. उसके बाद उबली हुई चाय पत्ती और थोड़ा सा पानी डालकर अच्छे से मिला दें. इसके बाद ऊपर से पीपल के पेड़ के नीचे की मिट्टी को भरकर ढक दें. 15 दिनों तक मटके को छाया वाले स्थान में रखा रहने दें हैं. देसी खाद बनाकर तैयार हो जाएगी, जिसका इस्तेमाल किचन गार्डन या फिर खेती के लिए भी किया जा सकता है. 3 गुना बढ़ जाएगा खाद का प्रभाव डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि आम के छिलके और चाय पत्ती की खाद को कई गुना ज्यादा प्रभावी बनाया जा सकता है. इसके लिए देसी गाय के गोबर और गोमूत्र को आम के छिलके और चाय पत्ती के साथ घड़े में डाल दें. उसके बाद तैयार हुई खाद 2 से 3 गुना ज्यादा प्रभावी होगी. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 18, 2024, 16:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed