650 लीटर पानी में 200 ML डालें ये दवा गन्ने से मक्खियों का प्रकोप होगा खत्म
650 लीटर पानी में 200 ML डालें ये दवा गन्ने से मक्खियों का प्रकोप होगा खत्म
सफेद मक्खी गन्ने की फसल के लिए एक गंभीर खतरा है. यह छोटा कीट पत्तियों से रस चूसकर पौधे को कमजोर बनाता है. रस चूसने से पत्तियां पीली पड़ जाती हैं और सूख जाती हैं. सफेद मक्खी के कारण गन्ने में चीनी की मात्रा कम हो जाती है.
शाहजहांपुर: बरसात में महीने में गन्ने की फसल में खास देखभाल करने की जरूरत रहती है. अगर किसान इन दिनों गन्ने की अच्छे से देखभाल कर लें तो किसानों को गन्ने की फसल से बंपर उत्पादन मिलता है. फसल कीटों से बची रहती है. लेकिन सितंबर के महीने में गन्ने की फसल में सफेद मक्खी का प्रकोप आता है. जिसका समय पर नियंत्रण करना बेहद जरूरी होता है.
उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान की वैज्ञानिक अधिकारी डॉ नीलम कुरील ने बताया कि गन्ने की पत्तियों की निचली सतह पर सफेद मक्खी सैकड़ों की संख्या में अंडे देती हैं. जिससे बाद में शिशु निकलकर पत्ती का रस चूसते हैं. पत्ती का रंग काला पड़ जाता है. पौधे का रंग पीला होने लगता है. जिसके बाद फंगस भी तैयार हो जाता है. पत्ती के फंगस की चपेट में आने से प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है. पौधे की बढ़वार रुक जाती है. पत्तियां पीली होने के बाद पूरा पौधा पीला पड़ जाता है. ऐसे में अगर किसान रोग का समय पर नियंत्रण कर लें तो फसल को बचाया जा सकता है.
सफेद मक्खी से बचाव के उपाय
डॉ. नीलम कुरील ने बताया कि यह गन्ने की पौधों पर अगर यह लक्षण दिखने लगे तो किसान 200 ml इमिडा क्लोप्रिड कीटनाशक को 625 लीटर पानी में घोल बनाकर एक हेक्टेयर फसल पर छिड़काव कर दें, सफेद मक्खी का नियंत्रण हो जाएगा. एक महीने के अंतराल के बाद दोबारा से इतनी ही मात्रा में इमिडा क्लोप्रिड लेकर गन्ने की फसल में छिड़काव कर दें. सफेद मक्खी का पूरी तरह से नियंत्रण हो जाएगा.
इन बातों का रखें ध्यान
डॉ. नीलम कुरील ने बताया कि गन्ने की फसल के पौधों को स्वस्थ रखने के लिए किसान प्रचुर मात्रा में नाइट्रोजन दें, जल निकास की बेहतर व्यवस्था करें. फसल में जल भराव ना हो पाए और गन्ने की फसल में खरपतवार नियंत्रण समय पर करते रहें. निराई गुड़ाई का विशेष ध्यान रखें.
Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 17:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed