आधार कार्ड बर्थ सार्टिफिकेट अवैध बांग्लादेशियों के गिरोह का भंडाफोड़
आधार कार्ड बर्थ सार्टिफिकेट अवैध बांग्लादेशियों के गिरोह का भंडाफोड़
दिल्ली पुलिस का बांग्लादेशियों के खिलाफ जारी एक्शन के बीच बांग्लादेशियों के आधार बनाने वाले गिरोह का भंडफोड़ किया गया है. ये गिरोह फर्जी कागजातों की मदद राजधानी में घुसकर आए बांग्लादेशियों...
हाइलाइट्स बांग्लादेशियों के आधार बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ आधार कार्ड ही नहीं बल्कि कई और दूसरे कागजात बनवाते थे मोहम्मद बबलू नामक अवैध बांग्लादेशी वापस भेजने की प्रक्रिया में
नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से दिल्ली में घुसकर रहने वाले बांग्लादेशियों के आधार बनाने वाले गिरोह का भंडफोड़ किया है. ये गिरोह फर्जी कागजातों की मदद राजधानी में घुसकर आए बांग्लादेशियों के आधार ही नहीं बल्कि कई और दूसरे कागजात बनवाया करते थे. दिल्ली पुलिस का बांग्लादेशियों के खिलाफ एक्शन लगातार जारी है.
अवैध रूप से रह रहा एक और बांग्लादेशी दबोचा…
दिल्ली पुलिस ने पहले भी एक ऐसे ही सिंडिकेट के सदस्यों की गिरफ्तारी की थी जो एक फर्जी वेबसाइट के जरिए जन्म प्रमाण पत्र और जरूरी सर्टिफिकेट बनवाते थे. इन्हें बनवा लेने के बाद वे बांग्लादेशियों के इनकी मदद से आधार कार्ड भी बनवा देते थे. दिल्ली पुलिस ने एक और बंगलादेशी को डिपोर्ट है जिसे वसंत कुंज थाना इलाके से पकड़ा गया था. मोहम्मद बबलू ढाका के दीमरा गांव का रहने वाला है. पुलिस एफआरआरओ की मदद से इसे डिपोर्ट कर रही है.
पिछले हफ्ते साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने 14 बांग्लादेशियों को पकड़कर FRRO के जरिए वापिस बांग्लादेश डिपोर्ट किया था. इसके बाद बुधवार को साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट ने 11 और बांग्लादेशियों को पकड़कर वापिस बांग्लादेश भिजवा दिया था. ये सभी 11 लोग बिना आईडी के अलग अलग छोटे छोटे होटलों में रह रहे थे और लेबर का काम करते थे. इनके अलावा पिछले रविवार को साउथ दिल्ली पुलिस ने 7 बांग्लादेशियों को बांग्लादेश डिपोर्ट किया था पिछले कुछ समय में कुल 25 बांग्लादेशियों को साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट ने बांग्लादेश डिपोर्ट किया है. ऐसे कुल मिलाकर 33 बांग्लादेशियों को वापिस डिपोर्ट किया जा चुका है. अलग- अलग डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने और भी कई संदिग्ध बांग्लादेशियों को आइडेंटिफाई किया है जिनके डॉक्युमेंट्स वेरिफाई किए जा रहे हैं.
कैसे पहचान की जाती है, वापस भेजने क्या होती है प्रक्रिया…
जब FRRO यूनिट यानी फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस ये कन्फर्म कर लेता है कि ये बांग्लादेशी नागरिक हैं तो इनको डिटेंशन सेंटर में आईबी के अंडर में रखा जाता है. फिर उन्हें ट्रेन की बोगी की कैपेसिटी के हिसाब से वापस डिपोर्ट किया जाता है. अगर बोगी में 100 लोगों की जगह है और 50 ही बांगलादेशी हैं तो उन्हें डिटेंशन सेंटर में रखा जाता है. जब पूरी बोगी भर जाती है तब सबको एक ही बोगी में बांग्लादेश भेजा जाता है.
Tags: Delhi, Delhi policeFIRST PUBLISHED : January 2, 2025, 10:59 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed