नींद का धंधा ऐसा क्या है इस दवाई में जो चोरी छुपे कर रहे थे सप्लाई और
नींद का धंधा ऐसा क्या है इस दवाई में जो चोरी छुपे कर रहे थे सप्लाई और
Delhi News:डीसीपी डॉ.जॉय टिर्की ने बताया कि स्पेशल स्टाफ की टीम को सूचना मिली थी कि कुछ लोग नींद और नशे की गोलियां अल्प्राजोलम टैबलेट का अवैध रूप से तस्करी कर रहे हैं. इंस्पेक्टर राहुल अधिकारी की टीम ने गिरोह की जानकारी जुटाना शुरू किया. एसआई सुखबीर, सुशील रावत को एमसीडी टोल पुश्ता रोड, सोनिया विहार के पास आरोपियों के आने की सूचना मिली.
नई दिल्ली. उत्तर पूर्वी जिला पुलिस की स्पेशल स्टाफ की टीम ने बरामद की 28 लाख रुपए की नींद की अल्प्राजोल गोलियां बरामद की हैं. बताया जा रहा है कि इन अल्प्राजोल टेबलेट को नशे के लिए अवैध रूप से इस्तेमाल किया जाता था. तकरीबन साढ़े 7 लाख गोलियां बरामद करते हुए अवैध रूप से धंधा करने वाले अंतरराज्जीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है.
दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि डॉक्टर की सलाह के बिना चोरी छिपे नशे के लिए अवैध रूप से नींद में इस्तेमाल होने वाली अल्प्राजोल दवाइयों की सप्लाई करते थे. पुलिस ने दिल्ली, जेवर और बुलंदशहर से आरोपी सप्लायर राजीव कुमार, प्रमोद कुमार, प्रेम चंद, जगदीप और राहुल पाल को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से 7.33 लाख गोलियों के अलावा वारदात में इस्तेमाल दो कारें बरामद की हैं. आरोपियों में शामिल राजीव कुमार एक नामी फार्मा कंपनी में एरिया सेल्स मैनेजर है. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
डीसीपी डॉ.जॉय टिर्की ने बताया कि स्पेशल स्टाफ की टीम को सूचना मिली थी कि कुछ लोग नींद और नशे की गोलियां अल्प्राजोलम टैबलेट का अवैध रूप से तस्करी कर रहे हैं. इंस्पेक्टर राहुल अधिकारी की टीम ने गिरोह की जानकारी जुटाना शुरू किया. एसआई सुखबीर, सुशील रावत को एमसीडी टोल पुश्ता रोड, सोनिया विहार के पास आरोपियों के आने की सूचना मिली. पुलिस ने मौके पर ट्रैप लगाया और बलेनो कार सवार दो युवकों को जांच के लिए रोका.
पुलिस ने जब कार की तलाशी ली तो उसे 2.40 लाख गोलियां मिली. पुलिस ने कार सवार राहुल और जगदीप को गिरफ्तार कर लिया है. राहुल दवा विक्रेता है, जबकि जगदीप उसके साथ धंधा करता है. दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने जेवर से प्रेम चंद और प्रमोद को गिरफ्तार कर इनके पास से 4.93 लाख गोलियां बरामद की. इसके बाद में दवा गिरोह के मुख्य आरोपी राजीव कुमार को बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया. आरोपियों के पास से बरामद गोलियां कुल 88 किलो थीं.
डॉक्टर के पर्चा देखकर मिलती है यह दवाई…
जांच के दौरान पता चला कि यह दवाइयां डॉक्टर के पर्चे के बगैर नहीं मिलती हैं. आरोपी इसका फायदा उठाकर इनको मुंह मांगे दामों पर दवा विक्रेताओं को बेचते थे. दवा खरीदने वाले भी इसके बदले मोटी कीमत चुकाते हैं. पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर गैंग के बाकी सदस्यों का पता लगाने का प्रयास कर रही है. पकड़े आरोपियों में प्रमोद कुमार एमआर का काम कर चुका है.
.
Tags: Crime News, Delhi policeFIRST PUBLISHED : April 26, 2024, 20:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed