कांग्रेस ने हार की समीक्षा के लिए बनाई कमेटी 0 सीट वाले राज्यों पर फोकस
कांग्रेस ने हार की समीक्षा के लिए बनाई कमेटी 0 सीट वाले राज्यों पर फोकस
कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन वाले राज्यों की समीक्षा करने का फैसला किया है. हर राज्य के लिए अलग-अलग कमेटी बनाई गई है. 0 सीट वाले राज्यों पर पार्टी का फोकस रहेगा.
नई दिल्ली, लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस काफी उत्साहित नजर आ रही थी. हर ओर जीत के दावों की गूंज थी, लेकिन सरकार गठन के बाद कांग्रेस ने हार की समीक्षा करने का फैसला किया है. जिन राज्यों में पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है या जहां उसे शून्य सीटें मिली हैं, उन पर ज्यादा फोकस रहेगा. इसके लिए पार्टी ने राज्यवार समितियों का गठन किया है. पैनल रिपोर्ट सौंपेंगे, उसके बाद पार्टी इस पर आखिरी फैसला लेगी.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश सहित कुछ राज्यों में पार्टी के बेहद खराब प्रदर्शन का आकलन करने के लिए छह समितियों का गठन किया है. इन सभी राज्यों में पार्टी सत्ता में है. मध्य प्रदेश, दिल्ली और उत्तराखंड पर भी पार्टी का फोकस रहेगा, क्योंकि इन राज्यों में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी. एआईसीसी संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष ने जो पैनल तय किया है, उनका काम हार की वजह तलाशना है.
एमपी में चव्हाण तो छत्तीसगढ़ में माकन को जिम्मा
मध्य प्रदेश में हार की वजह तलाशने के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, सप्तगिरी उलाका और जिग्नेश मेवाणी को जिम्मेदारी दी गई है. तीन सदस्यीय यह पैनल राज्य में पार्टी को कोई भी सीट नहीं मिलने के कारणों पर गौर करेगा. छत्तीसगढ़ के लिए जो समिति बनाई गई है, उसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली और राजस्थान के पूर्व मंत्री हरीश चौधरी शामिल हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय माकन और तारिक अनवर ओडिशा में हार के कारणों का आकलन करेंगे.
जहां सरकार होने के बाद हार मिली
दिल्ली, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के लिए पार्टी ने वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया और रजनी पाटिल को जिम्मेदारी सौंपी है. इन तीनों ही राज्यों में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली. कर्नाटक में कांग्रेस की स्पष्ट बहुमत वाली सरकार होने के बावजूद हार मिली. इसलिए पार्टी ने वहां मिली हार का आकलन करने के लिए वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री, गौरव गोगोई और हिबी ईडन को जिम्मा दिया है. इसी तरह कांग्रेस शासित तेलंगाना में हार के कारणों की पड़ताल राज्यसभा के पूर्व उपसभापति पी जे कुरियन, रकीबुल हुसैन और परगट सिंह करेंगे.
कोई समयसीमा नहीं दी
कांग्रेस अध्यक्ष ने समितियों को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कोई समयसीमा नहीं दी है, लेकिन कहा जा रहा कि इन राज्यों में पार्टी के खराब प्रदर्शन पर कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की पिछली बैठक के दौरान चर्चा हुई थी. उसी के बाद अलग-अलग समितियां गठित करने का फैसला लिया गया है. खरगे ने सीडब्ल्यूसी बैठक के दौरान कहा था कि ये समितियां कारणों का पता तो लगाएंगी ही, ये भी बताएंगी कि पार्टी को वहां कैसे मजबूत किया जाए. बता दें कि कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन में एलायंस करके 328 सीटों पर चुनाव लड़ाा, लेकिन सिर्फ 99 सीटों पर उसे जीत मिली. हालांकि, यह पिछले लोकसभा चुनाव से लगभग दोगुनी है. तब कांग्रेस को सिर्फ 52 सीटें मिली थीं.
Tags: Congress, Congress CommitteeFIRST PUBLISHED : June 19, 2024, 22:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed