इंदिरा-सोनिया की कर्मभूमि में लगातार सिमट रही कांग्रेस इस बार क्‍या होगा

Raebareli Lok Sabha Seat: राहुल गांधी ने वायनाड के बाद रायबरेली से भी कांग्रेस उम्‍मीदवार हैं. वायनाड में वोटिंग हो चुकी है, जबकि रायबरेली में अभी मतदान होना है. उत्‍तर प्रदेश में अमेठी और रायबरेली का नाम सामने आते ही कांग्रेस का नाम जेहन में आता है. इनमें से अमेठी में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा है. रायबरेली का कांग्रेसी दुर्ग अभी भी बरकरार है.

इंदिरा-सोनिया की कर्मभूमि में लगातार सिमट रही कांग्रेस इस बार क्‍या होगा
नई दिल्‍ली. लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां अपने चरम पर है. पांचवें चरण की वोटिंग 20 मई को होनी है. इस फेज में 6 राज्‍यों और 2 संघ शासित क्षेत्रों की कुल 49 सीटों के लिए मतदान होगा. इसी चरण में अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट के लिए भी वोटिंग होगी. अमेठी और रायबरेली में से इस बार लोगों की निगाहें रायबरेली पर ज्‍यादा टिकी हैं. यहां से सोनिया गांधी लगातार चुनाव लड़ती आ रही थीं, लेकिन इस बार कांग्रेस के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी को प्रत्‍याशी बनाया गया है. सोनिया गांधी ने बेटे राहुल गांधी के पक्ष में वोट करने के लिए रायबरेली की जनता से भावुक अपील भी की है. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अमेठी का किला गंवा चुकी है, ऐसे में पार्टी के लिए रायबरेली के दुर्ग को बचाना राजनीतिक तौर पर बेहद अहम है. बता दें कि अमेठी से इस बार गांधी परिवार के किसी सदस्‍य ने पर्चा नहीं भरा है. यहां से गांधी परिवार के विश्‍वस्‍त केएल शर्मा को उम्‍मीदवार बनाया गया है. लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में उत्‍तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होना है. इनमें रायबरेली सीट भी एक है. पिछले लोकसभा चुनाव में अमेठी में हार मिलने और इस बार रायबरेली से सोनिया गांधी के चुनाव न लड़ने से पार्टी के सामने नई समस्‍या खड़ी हो गई थी. बाद में यहां से राहुल गांधी को प्रत्‍याशी बनाने का फैसला लिया गया. अब राहुल गांधी पर रायबरेली सीट को बचाने की चुनौती होगी. दरअसल, राहुल गांधी अमेठी से लोकसभा चुनाव की लड़ाई हार चुके हैं, ऐसे में यह देखना दिलचस्‍प होगा कि अमेठी में शॉक झेलने वाले राहुल गांधी का रायबरेली में चुनावी प्रदर्शन कैसा रहता है. रायबरेली में सोनिया गांधी का आशीर्वाद काफी नहीं! राहुल गांधी ने क्यों लिया सचिन पायलट का साथ? पिछले 3 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन रायबरेली लोकसभा सीट का नाम आते ही जेहन में इंदिरा गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक का नाम सामने आ जाता है. पिछले तीन लोकसभा चुनाव में सोनिया ही यहां से कांग्रेस प्रत्‍याशी रहीं. इस बार कांग्रेस के इस गढ़ को राहुल गांधी के हवाल किया गया है. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी ने प्रचंड वोट के साथ रायबरेली से जीत हासिल की थी. इस साल कांग्रेस को 72.23 फीसद वोट मिले थे, जबकि भाजपा का वोट शेयर 3.82 था. इसके बाद साल 2014 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधीने 63.80 वोट शेयर के साथ जीत हासिल की थी. वहीं, बीजेपी ने लंबी छलांग लगाते हुए 21.05 फीसद वोट हासिल किया था. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी ने 55.80 प्रतिशत वोट के साथ जीत हासिल की थी. दूसरी तरफ, भाजपा ने 38.36 फीसद वोट हासिल किया था. इन आंकड़ों को देखते हुए इस बार के चुनाव के दिलचस्‍प होने की उम्‍मीद है. रायबरेली में राहुल गांधी रायबरेली लोकसभा सीट से पर्चा दाखिल करने के बाद से राहुल गांधी इस लोकसभा क्षेत्र में सक्रिय हो गए. उन्‍होंने चुनावी रैली के साथ जनसंपर्क अभियान भी शुरू कर दिया. सचिन पायलट से लेकर भूपेश बघेल तक यहां चुनाव प्रचार करने आए. भूपेश बघेल को तो बाकायदा इस सीट के मैनेजमेंट की जिम्‍मेदारी सौंपी गई है. दूसरी तरफ, सोनिया गांधी ने भी रायबरेली की जनता के नाम संदेश जारी कर राहुल के पक्ष में मतदान करने की अपील कर चुके हैं. प्रियंका गांधी वाड्रा भी यहां आकर चुनाव प्रचार कर चुकी हैं. बता दें कि राहुल गांधी रायबरेली में चुनाव प्रचार के दौरान एक सामान्‍य सैलून में जाकर बाल-दाढ़ी कटवाकर लोगों से कनेक्‍ट करने की कोशिश की. अब देखना है कि रायबरेली लोकसभा सीट अमेठी के रास्‍ते पर जाती है या फिर यहां कांग्रेस का इकबाल बुलंद रहता है. Tags: Amethi news, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Raebareilly NewsFIRST PUBLISHED : May 19, 2024, 13:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed