भारत के संविधान को अपनाने से पहले CJI ने महिलाओं के अधिकारों पर क्या कहा

CJI DY Chandrachud:

भारत के संविधान को अपनाने से पहले CJI ने महिलाओं के अधिकारों पर क्या कहा
नई दिल्ली. भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि उन्होंने जीवन के कुछ महान सबक उन महिलाओं से सीखे हैं, जिन्होंने उनके साथ काम किया है.” वे सीएनएन-न्यूज़18 के SheShakti कार्यक्रम में महिलाओं के अधिकारों पर अपनी बात रख रहे थे. उन्होंने कहा, “महिलाओं के अधिकारों के बारे में बात करना महिलाओं की बात नहीं है. मैंने जीवन के कुछ महान सबक अपनी महिला सहकर्मियों से सीखे हैं.” उन्होंने आगे कहा, “मेरा मानना ​​है कि बेहतर समाज के लिए महिलाओं की समान भागीदारी महत्वपूर्ण है. भारत के संविधान को अपनाने से पहले, भारतीय महिला जीवन चार्टर का मसौदा हंसा मेहता द्वारा तैयार किया गया था, जो नारीवाद का समर्थन करती थीं.” Tags: DY ChandrachudFIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 18:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed