यूपी के इस जिले में डायरिया का प्रकोप रोजाना 100 अधिक मरीज पहुंच रहे अस्पताल
यूपी के इस जिले में डायरिया का प्रकोप रोजाना 100 अधिक मरीज पहुंच रहे अस्पताल
चित्रकूट के मानिकपुर पाठा क्षेत्र के कल्याणपुर सहित आस पास के क्षेत्रों में डायरिया का प्रकोप इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि डायरिया से संबंधित लगभग 40 से 50 मरीज सीएचसी मानिकपुर में पहुंच रहे हैं.
विकाश कुमार/ चित्रकूट : बरसात का मौसम चल रहा है, ऐसे में जगह-जगह पानी भराव की समस्या के साथ-साथ गंदगी व कीड़े मकोड़े की भी समस्या बनी रहती है. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के लोग बरसाती पानी को पीने व आसपास गंदगी होने के कारण डायरिया की चपेट में भी आ रहे हैं. डायरिया का प्रकोप पाठा क्षेत्र में लगातार तेजी से बढ रहा है. लोग भारी संख्या में अस्पतालों में डायरिया का इलाज करवाने पहुंच रहे हैं.
रोज 100 से ज्यादा पहुंच रहे मरीज
चित्रकूट के मानिकपुर पाठा क्षेत्र के कल्याणपुर सहित आस पास के क्षेत्रों में डायरिया का प्रकोप इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि डायरिया से संबंधित लगभग 40 से 50 मरीज सीएचसी मानिकपुर में पहुंच रहे हैं. अगर पूरे जिले की बात की जाए तो लगभग रोज के 100 से ज्यादा मरीज डायरिया का इलाज कराने अस्पताल में पहुंच रहे हैं. अगर डायरिया के लक्षण की बात की जाए तो इस गंभीर बीमारी में उल्टी दस्त जैसी समस्या लोगों को होने लगती है. अगर इसका सही समय में इलाज नहीं हो पाता तो लोगों की इसमें जान भी चली जाती है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा गांव-गांव जाकर इसके लिए जागरूक किया जा रहा है और लोगों को उनकी दवाइयां भी बांटी जा रही है.
डॉक्टर ने दी जानकारी
वहीं मानिकपुर सीएचसी के डॉक्टर पवन कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि यह बीमारी बरसात के समय में फैलती है. इसका मुख्य कारण यह है कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग बरसाती पानी का प्रयोग पीने में करते हैं और उनके घरों के आसपास जल भराव भी बना रहता है. जिससे बीमारियां फैलती हैं और उल्टी दस्त की समस्या लोगों को शुरू हो जाती है. उनका कहना है कि हमारी सीएचसी में रोजाना 40 से 50 मरीज इस बीमारी से ग्रसित होकर पहुंच रहे हैं. जिनको एडमिट करके उनका इलाज किया जाता है.
डायरिया के बचाव के उपाय
वहीं डॉक्टर ने आगे की जानकारी देते हुए बताया कि डायरिया से बचाव के लिए लोगो को पानी को उबालकर पीना चाहिए. इसके साथ ही अपने घरों के आस पास पानी और गंदगी जमा बिलकुल न होने दें. जितना ज्यादा से ज्यादा हो सके अपने बच्चों को और अपने आप को साफ सफाई से रखें. उल्टी दस्त की शिकायत होने पर उन्हें ओआरएस का घोल दें. अगर फिर भी आराम नहीं मिलता है तो तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जरूर इलाज करवाने पहुंचें.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 14:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed