Social Media Viral: प्रचंड गर्मी और गाड़ियों की लेट-लतीफी से लोगों का ट्रेनों में यात्रा काफी मुश्किल भरा हो गया है. ट्रेन में जर्नी के दौरान कभी-कभार स्थिती ऐसी बन जाती है कि रिजर्वेशन वाले लोगों को भी अक्सर सीट नहीं मिल पाता, ऐसे मामले बिहार वाली ट्रेनों में देखने को मिलती है, लेकिन ऐसी परिस्थिति त्योहार वाले समय में ज्यादा होता है. अभी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस के थर्ड AC डिब्बा खचाखच भरा हुआ दिख रहा है.
यह वीडियो सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर विजय कुमार नाम के शख्स ने शेयर किया है. पटना जंक्शन पर खड़ी ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस का वीडियो का बताया जा रहा है. 3rd एसी कोच में बिना टिकट के सैंकड़ो लोग घुस गए थे. थर्ड एसी कोच सिर्फ रिजर्वेशन वाले लोगों के लिए होता है, लेकिन वीडियों में ऐसा लग रहा है, जैसे बाजार की भीड़ हो. यह वीडियो शुक्रवार को अपलोड किया गया था, जिसे अब तक 6 लाख 19 हजार से अधिक लोगों ने देखा है.
वीडियो अपलोड करने वाले शख्स ने वीडियो के कैप्शन में लिखा है कि यह पटना जंक्शन पर 15658 ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस का 3rd एसी कोच है. मुझे और मेरे परिवार को ट्रेन में चढ़ने और फिर अपनी कन्फर्म सीट पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा. एसी-3 पर बिना टिकट वाले यात्रियों का कब्जा हो गया है. किसी को किसी नियम की परवाह नहीं है. वीडियो में दिख रहा है गैलरी में सीट के लिए जाने वाले लोगों के लिए कोई जगह नहीं क्योंकि इसमें लोगों की भीड़ खड़ी है. This is AC-3 at 15658 BRAHMAPUTRA EXP at Patna Junction. My family and I had to fight to get into the train & then to get our confirmed seat. AC-3 has been taken over by general passengers. No one cares for any rule @RailMinIndia @AshwiniVaishnaw @narendramodi @NWRailways pic.twitter.com/sVmp2bWNFV
— Vijay Kumar (@_VIJAY_KUMAR) May 24, 2024
शख्स ने आगे थ्रेड में लिखा, ‘अपने परिवार के लिए 8 सीटें बुक की थीं, लेकिन अनरिजर्व्ड लोगों ने मेरे सीट पर कब्जा जमा लिया था. मुझे सिर्फ 6 सीटें ही मिली पाई. आगे कहा कि मेरे सिट पर न केवल सामान्य कोच वाले यात्री बैठे थे, बल्कि बिना टिकट वाले यात्री भी थे.
इस वीडियो पर कई लोगों ने कमेंट किया है. एक यात्री ने लिखा है कि अगर आपके पास समय और ऊर्जा है, तो उपभोक्ता अदालत में मामला ले जाइये और कम से कम 10 लाख का मुआवजे की मांग कीजिए. कोई भी अधिकारी बिना किसी कार्रवाई के परेशान नहीं होने वाले. वहीं एक अन्य ने लिखा है कि 90 के दशक में भी बिहार में चलने वाली सभी ट्रेनों में यही स्थिति रही है. सिर्फ इसलिए कि आपके पास सोशल मीडिया तक पहुंच है, सरकार को दोष देना आसान है. हमारी बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए, मैनेज करना सीख जाइये. आपको अपनी सीट मिल जाती है, तो उन लोगों से नाराज न हों, जो इतने भाग्यशाली नहीं हैं.
FIRST PUBLISHED : May 25, 2024, 23:28 IST