MP बनते ही इन मुद्दों को नई धार देने जा रहे चंद्रशेखर उठाई 3 बड़ी मांगें

चंद्रशेखर आजाद की ओर से जो मांग उठाई गई हैं, उनमें पहला मुद्दा यूपी पुलिस से जुड़ा हुआ है. बात उनके हित की है. हालांकि गौर करने वाली बात ये है कि आंदोलन या अलग-अलग जगहों पर उनकी यूपी पुलिस से तीखी झड़प देखी गई है... आइये जानते हैं विस्‍तार से...

MP बनते ही इन मुद्दों को नई धार देने जा रहे चंद्रशेखर उठाई 3 बड़ी मांगें
नई दिल्‍ली : लोकसभा चुनाव 2024 में उत्‍तर प्रदेश की नगीना सीट से चुनाव जीते आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्‍यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने सांसद बनते ही सरकार के सामने तीन बड़ी मांगें रख दी हैं. इनमें उनकी पहली मांग उत्‍तर प्रदेश पुलिस के लिए है. दूसरी और तीसरी मांग देश के छात्रों से जुड़ी हुई है. चंद्रशेखर का कहना है कि 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में वह संसद में इन मांगों को पुरजोर तरीके से उठाएंगे. सांसद चुने जाने के बाद समर्थकों से कहीं ज्‍यादा घ‍िरे चंद्रशेखर अब इन मुद्दों को ‘नई धार’ देने जा रहे हैं. नगीना से नवनिर्वाचित सांसद चंद्रशेखर आजाद ने jharkhabar.com Hindi से खास बातचीत में कहा कि उत्‍तर प्रदेश पुलिस में सिविल और सशस्त्र पुलिस विंग सहित लगभग 3 लाख से अधिक कार्मिक हैं. इन जवानों को सातों दिन ड्यूटी करनी पड़ती है. अवकाश तक नहीं मिलता. सरकार को इस ओर ध्‍यान देना चाहिए. वे कहते हैं कि हमारी मांग है कि ‘यूपी पुलिस में ड्यूटी आवर आठ घंटे तय किए जाएं. इससे ज्‍यादा उनसे काम न कराया जाए, क्‍योंक‍ि उन पर पहले से ही काम पर अत्‍याधिक दबाव है. साथ ही उन्‍हें सप्‍ताह में एक छुट्टी भी दी जाए, ताकि वे अपने घर-परिवार से मिल सकें. बता दें कि यूपी के विधानसभा चुनाव 2022 से पहले चंद्रशेखर आजाद ने जौनपुर में आयोजित समाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए आयोजित बहुजन समाज भाईचारा बनाओ महासम्मेलन में यह ऐलान किया था. कांशीराम के बाद मायावती… अब कौन? बसपा ‘दी एंड’ के करीब तो कौन संभालेगा दलित पॉलिटिक्‍स की बागडोर, 2024 के नतीजों ने दे दिया जवाब इसके अलावा उनकी दूसरी मांग है कि पूरे उत्‍तर प्रदेश में छात्र संघ चुनाव दोबारा बहाल कराए जाएं, ताकि छात्रों के हक की बात करने के लिए उनके प्रतिनिधि विश्‍वविद्यालयों, कॉलेजों में मौजूद हों. दरअसल, 2006 में लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के बाद से यूपी में अलग-अलग जगहों पर छात्र संघ चुनाव पर रोक लगी हुई है. कमेटी की सिफारिशों के बाद से ज्‍यादातर छात्र संघ चुनावों में अशांति, हिंसा के माहौल के कारण चुनाव पर रोक है. कमेटी की सिफारिश थी कि अगर अशांति का माहौल तो यूनिवर्सिटी, कॉलेज प्रशासन छात्र संघ चुनाव रोककर छात्र काउंसिल का गठन कर सकता है. साथ ही कई अन्‍य अहम सिफारिश भी कमेटी द्वारा की गई थी. वहीं, NEET प्रवेश परीक्षा 2024 के रिजल्ट आने के बाद मचे घमासान पर भी उन्‍होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए. 4 जून को घोषित हुआ यह परिणाम विवादों में बना हुआ है. उन्‍होंने इस परीक्षा को दोबारा से कराए जाने की पुरजोर मांग की है. उनका कहना है कि ये देश के भविष्‍य छात्रों से जुड़ा विषय है और इस पर कतई ढील नहीं बरती जा सकती. हालांकि नीट प्रवेश परीक्षा 2024 के रिजल्ट आने के बाद मचे घमासान पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है. सुप्रीम कोर्ट ने नीट की काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. अब तय समय पर ही नीट की काउंसलिंग होगी. सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को नोटिस भी जारी किया है. दरअसल, इस याचिका में 4 जून को आए नीट यूजी रिजल्ट के आधार पर होने वाली काउंसलिंग पर रोक लगाने की मांग की गई थी. FIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 12:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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