जनाब अब FRS जानता है सारे राज करेगा सबका पर्दाफाश पेश हुआ बेहतरीन उदाहरण
जनाब अब FRS जानता है सारे राज करेगा सबका पर्दाफाश पेश हुआ बेहतरीन उदाहरण
Delhi Police FR System: दिल्ली पुलिस ने है फेसिअल रिकग्निशन सिस्टम (Facial Recognition System) की मदद से सालों से लंबित चल रहे मामले को चुटकियों में सॉल्ब कर दिया है. इस सिस्टम के आने के बाद अब अपराधी अपना नाम और पता बदलकर छिप नहीं सकेंगे. पूरी जानकारी के लिए पढ़ें आगे...
Delhi Police FR System: यदि आपके दिमाग में कोई खुराफात चल रही है और आप जरा खबरदार हो जाइए. दिल्ली पुलिस के पास अब एक ऐसा सिस्टम आ गया है, जो आपकी सालों की साजिश पर न केवल पानी फेर देगा, बल्कि पलभर में आपका राज फाश कर देगा. जी हां, बीते दिनों दिल्ली पुलिस ने इस सिस्टम का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है. इस सिस्टम की मदद से दिल्ली पुलिस ने सालों से पहचान बदलकर रह रहे एक अपराधी की न केवल पहचान सुनिश्चत की, बल्कि उसे गिरफ्तार भी कर लिया.
दरअसल, हम जिस सिस्टम की बात कर रहे हैं, उसका नाम है फेसिअल रिकग्निशन सिस्टम (Facial Recognition System). कुछ ही दिनों पहले फेसिअल रिकग्निशन सिस्टम को दिल्ली के नार्थ वेस्ट डिस्ट्रिक में इंट्रोड्यूस किया गया है. इस सिस्टम का पहला सफल इस्तेमाल लंबे समय से लंबित पड़े धोखाधड़ी के एक मामले में किया गया है. इस सिस्टम ने सालों से पहचान बदलकर रह रहे अपराधी का न केवल असली नाम उजागर कर दिया, बल्कि उसकी चौखट का पता पुलिस टीम के हाथों में थमा दिया. यह भी पढ़ें: महाकुंभ मेला में ड्यूटी.. विद्रोह कर सड़कों पर उतरी पीएसी, BSF ने… सेना ने जवानों पर चला दी गोलियां, फिर… महाकुंभ मेला में ड्यूटी का पता लगते ही पीएसी के जवान भडक उठे. उन्हें लगा कि इस ड्यूटी के जरिए उन्हें अपमानित किया जा रहा है. नतीजा यह हुआ कि पीएएसी के जवानों ने विद्रोह कर दिया और सड़कों पर हिंसक प्रदर्शन करने लगे. इन हिंसक जवानों को काबू करने के लिए पहले सेना और फिर बीएसएफ को बुलाया गया. क्या था पूरा मामला, जानने के लिए क्लिक करें.
फर्जी दस्तावेज बना प्रॉपर्टी को बैंक में रख दिया गिरवी
चलिए आपको इस मामले के बारे में आपको थोड़ा डिटेल में बताते हैं. बेंगलुरु में रहने वाली हरमिंदर कौर ने 2011 में दिल्ली के राणा प्रताप बाग में 22 लाख रुपए में एक प्रॉपर्टी खरीदी थी. इस खरीद फरोख्त के बाद हरमिंदर कौर को दिल्ली आने का मौका नहीं मिला और यह प्रॉपर्टी यूं ही खाली पड़ी रही. वहीं, 2018 में जब वह इस प्रॉपर्टी को देखने के लिए दिल्ली आईं तो उन्हें पता चला कि इस प्रॉपर्टी के फर्जी दस्तावेजों बनाकर किसी शख्स ने बैंक से 75 लाख रुपए का कर्ज ले लिया है और इस प्रॉपर्टी को गिरवी रख दिया है. यह भी पढ़ें: हैलो मैडम… सुन तो लो… IGI एयरपोर्ट पुलिस का चला ऐसा डंडा, एक-एक कर 540 पहुंचे सलाखों के पीछे, फिर… पैसेंजर्स को परेशान करने वाले टाउट्स के खिलाफ आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने स्पेशल ड्राइव की शुरूआत की थी. इस ड्राइव के तहत एयरपोर्ट पुलिस ने अब तक कुल 540 कैब ड्राइवर्स को गिरफ्तार किया है. क्या है पूरा मामला, जानने के लिए क्लिक करें.
फर्जी नाम-पते पर लिया था 75 लाख का लोन, और फिर…
तफ्तीश के दौरान, पुलिस टीम को पता चला कि आरोपी ने फर्जी नाम और पते पर यह लोन हासिल किया था. बैंक से लोन मिलने के बाद उसने यह रकम महावीर ट्रेडिंग कंपनी के एकाउंट में ट्रांसफर कर दी थी. बैंक से मिले पते पर जब पुलिस पहुंची तो पता चला यह नाम और पता भी फर्जी है. इसी बीच, पुलिस को फेसिअल रिकग्निशन सिस्टम से लैस कर दिया गया. पुलिस ने बैंक से आरोपी की फोटो हासिल की और उसे इस सिस्टम में डाल दिया. चंद सेकेंड में एक नाम और पता पुलिस की टीम के सामने था. यह भी पढ़ें: सीमा पार से ‘दुश्मन’ को बुला ‘घर’ में दी पनाह, मकसद के खातिर 5 साल किया इंतजार, फिर… फाख्ता हुए सभी के होश… जॉनी ने सिर्फ एक लाख रुपए के लिए ‘दुश्मन’ को न केवल गैरकानूनी तरीके से सीमा पार कराई, बल्कि साजिश को अंजाम देने के लिए हर कदम पर उसका साथ दिया. गनीमत रहीं कि वह अपनी साजिश में सफल होता, इससे पहले पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. क्या है पूरा मामला, जानने के लिए क्लिक करें.
पल भर में खत्म हुई सालों पुरानी पुलिस की कवायद
फेसिअल रिकग्निशन सिस्टम ने पुलिस टीम को बता दिया आरोपी का असली नाम पंकज सचदेवा है और वह टैगोर गार्डन इलाके में रहता है. पुलिस टीम बिना समय गंवाए टैगोर गार्डन पहुंच गई और सालों से फरार आरोपी को बेहद आसानी से गिरफ्तार कर लिया गया. इतना ही नहीं, पंकज सचदेवा की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने इसी मामले में मेरठ (उत्तर प्रदेश) के सुहैल चौहान और फरीदाबाद के नितिन वर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया. फेसिअल रिकग्निशन सिस्टम से पुलिस को यह भी पता चला है कि आरोपी ऐसे ही तीन अन्य मामलों में भी वांछित है.
Tags: Bank fraud, Delhi news, Delhi policeFIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 19:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed