चाहे प्रदीप मिश्रा हों या तौकीर रजा समझ लें आपका काम जोड़ना है बांटना नहीं

Batenge to Katenge: चुनावी माहौल में वोटों को पाने के लिए राजनीतिक दल तरह-तरह के बयान देते हैं. कई बार इसमें धर्म से जुड़े मुद्दे भी शामिल हो जाते हैं. राजनेताओं के अलावा अब संत और मौलवी भी इस बयानबाजी में हिस्सा ले रहे हैं.

चाहे प्रदीप मिश्रा हों या तौकीर रजा समझ लें आपका काम जोड़ना है बांटना नहीं
नई दिल्ली. ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा इन दिनों खूब चल रहा है. दो राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के दौरान वोटरों को लुभाने के लिए अलग-अलग दलों के नेता अपने हिसाब से बयान दे रहे हैं. चुनावी माहौल में राजनेता वोटों के ध्रुवीकरण से भी बाज नहीं आ रहे. धर्म आधारित राजनीति करने में भी वे पीछे नहीं है. हर पार्टी अपने हिसाब से धर्म को राजनीति से जोड़ने की ना सिर्फ कोशिश करती नजर आ रही है, बल्कि धर्म विशेष के वोटों को अपने पाले में भी करना चाहते हैं और इसीलिए ‘बटेंगे तो कटेंगे’ जैसे तमाम नारे सुनने को मिल रहे हैं. धर्म कोई राजनीति का मसला नहीं और ना ही इसे राजनीति में लाना चाहिए. ऐसे में राजनेताओं का धर्म को चुनावी माहौल में घसीटना कहीं से भी सही नहीं है. धर्म चाहे कोई भी हो, सभी में मानवता, नेकनियती और दयालुता की बातें ही कही गई हैं. सभी धर्म हमें एकसाथ मिलजुल कर रहना सिखाते हैं, कोई भी हमें बांटने की बात नहीं करता. लेकिन ऐसे में चुनाव को लेकर राजनेताओं की बयानबाजी कहीं से भी उचित नहीं लगती. राजनेताओं के साथ ही संत और मौलवी भी अब इस तरह के बयान देने में लग गए हैं. हालांकि, उन्हें यह समझने की जरूरत है कि उनका काम देश को जोड़ना है ना कि ऐसे विवादास्पद बयान देना, जिससे माहौल खराब हो. कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने हाल ही में कहा था, “अब हमें आपको जगाने की जरूरत नहीं आपको जागने की जरूरत है. अभी हम पूछेंगे कि सनातनियों के घर में कितने तलवार हैं, कितने बरछी हैं? इक्के दुक्के लोगों के घर में होगा उसमें भी जंग लगा होगा.” पंडित प्रदीप मिश्रा ने इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर राजा पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा, “अभी एक विधर्मी ने जयपुर में बोला कि हमने अपने युवाओं को रोक रखा है, लेकिन उसे ये नहीं पता है कि हमारी कथाओं में लाखों लोग आते हैं और हमारे एक आदेश पर वो भी बहुत कुछ कर सकते हैं.” मौलाना तौकीर रजा ने भी पंडित प्रदीप मिश्रा के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा कि हमने अपने लोगों को छोड़ दिया तो वो भी बहुत कुछ कर सकते हैं. तौकीर रजा बोले, “मैंने किस तरह का बयान दिया है मेरी समझ में नहीं आता. मैंने झगड़े की बात नहीं की है. किसी पर हमले की बात नहीं की है. धरना प्रदर्शन करना हमारा मौलिक अधिकार है. संविधान इसकी इजाजत देता है. धर्म का अपमान हुआ है मोहम्मद साहब का अपमान किया गया है. वांटेड लोगों का जो समर्थन करता है वह भी उतना ही अपराधी है जितना कि अपराध करने वाला. सरकार उनका संरक्षण कर रही है, यह बहुत गंभीर बात है. मैं अपनी बात नहीं कर रहा हूं, बल्कि तमाम धर्म के लिए इशनिंदा का कानून बनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह भी बहुत कुछ कर सकते हैं, आप तो बहुत कुछ कर रहे हो. आपके लोग आपके कंट्रोल में नहीं है. हमने सख्त ताकीद की हुई है कि कानून अपने हाथ में नहीं लेना है.” Tags: BJP, Congress, Yogi adityanathFIRST PUBLISHED : November 17, 2024, 22:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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