शौक नहीं परंपरा है! यहां हजारों लोग एक साथ बैठकर खातें है ये खास चीज
शौक नहीं परंपरा है! यहां हजारों लोग एक साथ बैठकर खातें है ये खास चीज
Muri Mela: बांकुड़ा का मुरी मेला अनोखी परंपराओं का संगम है, जो न केवल संस्कृति को संरक्षित करता है, बल्कि सामूहिकता और रिश्तों को भी मजबूती देता है. यह मेला हर साल मकर संक्रांति के समय आयोजित होता है.