यूपी में यहां खुद अपने घरों को तोड़ रहे हैं लोग चला रहे हैं बुलडोजर जानिए वजह
यूपी में यहां खुद अपने घरों को तोड़ रहे हैं लोग चला रहे हैं बुलडोजर जानिए वजह
बलिया जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया कि जो भी परिवार यहां से जा रहे हैं, उनके ठहरने की व्यवस्था की जा रही है. जो भी इनका नुकसान हुआ है उसकी जांच कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी.
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: बलिया के लोग अपने ही घरों पर खुद बुलडोजर चला रहे हैं. अपने हाथों घर को तोड़कर ईंट और सामान कहीं और वाहनों से लेकर जा रहे हैं. यह सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर लग रहा है कि अपने ही घरों को लोग क्यों तोड़ रहे हैं. लेकिन यही सच्चाई है. बलिया की इस तस्वीर ने हड़कंप मचा रखा है. सरयू नदी लोगों के आशियाने को अपने अंदर समेट रही है, जिसको देख ग्रामवासी अपने घर का सामान पड़ोस में या रिश्तेदारी में लेकर जा रहे हैं, तो वहीं अपने घरों को अपने हाथों से तोड़ रहे हैं ताकि जो ईट पत्थर मकान का है, वह कम से कम काम में आ जाए. घाघरा नदी का कटान लगातार उफान पर है. हम बात कर रहे हैं बलिया जनपद के बांसडीह तहसील अंतर्गत टिकुलिया और भोजपुरवा गांव की, जिनकी स्थिति सरयू नदी के कारण दयनीय बन चुकी है. अभी तक सरयू नदी में तमाम लोगों का आशियाना विलीन हो गया है. वहीं अभी तक 13 घर भी तोड़े जा चुके हैं.
बलिया जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया कि जो भी परिवार यहां से जा रहे हैं, उनके ठहरने की व्यवस्था की जा रही है. जो भी इनका नुकसान हुआ है उसकी जांच कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी, ताकि नुकसान का मुआवजा मिल सके. उन्होंने बताया कि लेखपाल ने जो रिपोर्ट तैयार की है, उसमें 13 मकान अभी तक तोड़े जा चुके हैं.
सब कुछ हो रहा नदी में विलीन, प्रशासन दे रहा हवा हवाई आश्वासन
भोजपुरवा और टिकुलिया के रहने वाले तमाम ग्राम वासियों ने बताया कि प्रशासन को तभी याद आता है, जब अकाल पड़ जाता है. पहले से प्रशासन बाढ़ के कटान को लेकर केवल दावे करती है. समय आने पर सब दावे फेल हो जाते हैं. वर्तमान में हम लोग सरयू नदी में विलीन हो रहे हैं. कई लोगों का आशियाना बह गया है. अब हम लोग अपना सामान रिश्तेदार और पड़ोसियों के यहां रख रहे हैं. खुद अपने हाथों से घर को तोड़ रहे हैं. ताकि ईट पत्थर काम में आ जाए. प्रशासन के लोग आ रहे हैं, आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन कोई राहत अभी तक हमें नहीं मिली है. जिला प्रशासन हवा हवाई आश्वासन दे रहा है.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 08:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed