बागपत के बडौली गांव के रहने वाले रमन कुमार ने बताया कि जब वह 6 वर्ष के थे, तब ढोलक बजाने का काम करते थे. उनके गांव के ही एक व्यक्ति तबला वादक थे, जिन्हें देख-देख कर उन्होंने तबला बजाना सीख लिया.
बागपतः बागपत का एक युवक पिछले करीब 13 वर्षों से तबला बजा रहा है. बिना किसी ट्रेनिंग के तबला इतना अनोखे ढंग से बजाता जाता है कि उसे गोल्ड मेडल से पुरस्कृत किया गया है. वहीं युवाओं में धार्मिक भावनाओं को जागृत करने के लिए तबला नि:शुल्क बजाता है. युवक की राम के प्रति इतनी आस्था है कि वह राम नाम का प्रचार लगातार करता है. युवक का कहना है कि प्रभु राम की कृपा से ही उसने तबला बजाना सीखा है.
बागपत के बडौली गांव के रहने वाले रमन कुमार ने बताया कि जब वह 6 वर्ष के थे, तब ढोलक बजाने का काम करते थे. उनके गांव के ही एक व्यक्ति तबला वादक थे, जिन्हें देख-देख कर उन्होंने तबला बजाना सीख लिया. बिना किसी ट्रेनिंग के उन्होंने तबला बजाना सीखा और उन्हें तबला की इस कला के चलते इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका हैं और उन्हें तबला बजाने में गोल्ड मेडल मिल चुका है.
वह अपने साथी वरुण के साथ विभिन्न जगह पहुंचकर नि:शुल्क धार्मिक कथाएं और तबला बजाने का काम कर चुके हैं. प्रभु श्री राम की कृपा से वह लोगों में धार्मिक भावना जागृति उत्पन्न करने का कार्य कर रहे हैं.
युवकों को धार्मिक संस्कृति से जोड़ना है उद्देश्य
रमन कुमार ने बताया कि आजकल के युवा धार्मिकता से दूर जाते दिख रहे थे. तभी उन्होंने विचार बनाया कि अपने साथी रमन कुमार के साथ मिलकर वह एक ऐसी मंडली बनाये, जो निशुल्क धार्मिक कीर्तन भजन करें. आज के समय वह भजन कीर्तन निशुल्क करते हैं और लोगों में धार्मिकता जागृत करते हैं. इसके चलते उन्हें आज के समय में जगह-जगह धार्मिक कार्यक्रम में बुलाया जाता है और वह लोगों को धर्म के प्रति जागरुक करते हैं
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : August 30, 2024, 14:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed