24 वर्षों बाद रामसेवकपुरम में फिर से सजेगा मंच हो सकता है बड़ा ऐलान

राम मंदिर की कार्यशाला स्‍थल राम सेवकपुरम अब देवस्थान बन गया है. यहां दक्षिण भारतीय शैली में शिव मंदिर का निर्माण किया गया है. मंदिर के लिए जमीन रामसेवकपुरम में विश्व हिंदू परिषद ने मुहैया करवाई है.

24 वर्षों बाद रामसेवकपुरम में फिर से सजेगा मंच हो सकता है बड़ा ऐलान
अयोध्या: राम मंदिर आंदोलन की ‘हृदय स्थली’ के नाम से फेमस रामसेवकपुरम एक बार फिर पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. राम मंदिर की कार्यशाला स्‍थल राम सेवकपुरम अब देवस्थान बन गया है. यहां दक्षिण भारतीय शैली में शिव मंदिर का निर्माण किया गया है. मंदिर के लिए जमीन रामसेवकपुरम में विश्व हिंदू परिषद ने मुहैया करवाई है. इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिरकत करने आ रहे हैं और 24 वर्ष के बाद एक बार फिर संतों के सानिध्य में मंच सजेगा और इस स्थान पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम भक्तों को लेकर कुछ नया ऐलान कर सकते है. अयोध्या में रामसेवकपुरम राम मंदिर आंदोलन का प्रतीक माना जाता है. 2001 में आंदोलन की धार देने के लिए 100 दिवसीय महायज्ञ का आयोजन भी इसी स्थान पर किया गया था. वहीं एक बार फिर शिव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में इसी स्थल पर एक मंच बनाया गया है. इस मंच पर दक्षिण भारत के लगभग 2000 भक्तों के साथ-साथ अयोध्या के वरिष्ठ साधु संत उपस्थित होंगे. उस दौरान सीएम योगी संबोधित भी करेंगे । राम मंदिर आंदोलन के दौरान यही वह स्थान है जहां राम मंदिर आंदोलन के लिए राम भक्तों को सन्देश दिए गए थे. और एक बार फिर उस स्थान से हिन्दू जागरण का ऐलान हो सकता है. 5 सितंबर को आएंगे सीएम योगी अयोध्या के श्री रामसेवकपुरम में श्री रामनाथ स्वामी टेंपल की स्थापना तमिलनाडु के थेन नमक स्वयं सेवक संस्था की ओर से कराया गया है. जिसमें भगवान शिव माता पार्वती के साथ भगवान गणेश और कार्तिकेय भी विराजमान होंगे. 5 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अयोध्या की सैकड़ों की संख्या साधु-संत भी इस आयोजन में शामिल होंगे. आयोजन समिति के व्यवस्थापक लोकनाथन के द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा मंदिर के शिखर पर कलश की स्थापना भी कराई जाएगी और फिर गर्भगृह में विराजमान भगवान की पहली आरती भी करेंगे. Tags: Ayodhya News, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 4, 2024, 19:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed