स्लीपर डिब्बे में दो लेकिन जनरल डिब्बे में क्यों होते है तीन गेट

ट्रेन में 3 तरह के कोच लगाए जाते हैं. इसमें एसी, स्लीपर और जनरल कोच शामिल होते हैं. खास बात यह होती है कि एसी और स्लीपर कोच में यात्रियों के चढ़ने के लिए दो गेट होते हैं. लेकिन, जनरल डिब्बा या जिसे सेकंड सीटिंग कहा जाता है उसमें 3 गेट होते हैं.

स्लीपर डिब्बे में दो लेकिन जनरल डिब्बे में क्यों होते है तीन गेट
शाश्वत सिंह/झांसी. भारतीय रेलवे को देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कहा जाता है. देश के अधिकतर लोग रेल से यात्रा करते हैं. रेलवे को भारत की लाइफलाइन भी कहा जाता है. रेल में लोग सफर तो करते हैं, लेकिन, उससे जुड़े कई रोचक तथ्य लोग नहीं जानते हैं. ऐसी ही एक रोचक बात है ट्रेन के कोच के डिजाइन से जुड़ी हुई. ट्रेन के हर कोच का डिजाइन अलग होता है. ट्रेन में 3 तरह के कोच लगाए जाते हैं. इसमें एसी, स्लीपर और जनरल कोच शामिल होते हैं. खास बात यह होती है कि एसी और स्लीपर कोच में यात्रियों के चढ़ने के लिए दो गेट होते हैं. लेकिन, जनरल डिब्बा या जिसे सेकंड सीटिंग कहा जाता है उसमें 3 गेट होते हैं. इसके पीछे का रहस्य जानने के लिए हमने बात की झांसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह से. उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह इंतजाम किया गया है. जनरल डिब्बे में तीन गेट मनोज कुमार सिंह ने बताया कि स्लीपर और एसी कोच में सीटें आरक्षित होती हैं. इनमें यात्रियों की संख्या तय होती है. इसलिए चढ़ने और उतरने के लिए दो गेट दिए जाते हैं. वहीं, जनरल डिब्बा पूरी तरह अनारक्षित होता है. इसमें यात्रियों की संख्या तय नहीं होती है. इसलिए यात्रियों की सुविधा के लिए इसमें तीन गेट दिए जाते हैं. यह डिजाइन यात्रियों की सुविधा के लिए बनाया गया है. Tags: Indian Railway news, Indian Railways, Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : May 28, 2024, 09:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed