2 लड़का और 2 लड़की रात के 2 बजे हुआ कुछ ऐसा कि 67वें दिन बन गई हेडलाइन

बिहार के सारण में 17 जुलाई को एक ऐसा कांड हुआ, जिसकी चर्चा 50वें दिन हो रही है. इस घटना ने देश में BNS लागू होने के 67वें दिन बिहार को एक बड़ा रिकॉर्ड़ बनाने का मौका दे दिया, जो शायद ही अब टूटे. जानिए एक सीनियर IPS अधिकारी से.

2 लड़का और 2 लड़की रात के 2 बजे हुआ कुछ ऐसा कि 67वें दिन बन गई हेडलाइन
नई दिल्ली. केंद्र सरकार के नए आपराधिक कानून भारतीय न्याय संहिता (BNS) का असर दिखना अब शुरू हो गया है. इस नए कानून के लागू होने के 67वें दिन यानी 5 सितंबर को एक बड़ा फैसला आया है. देश में पहली बार इस नए कानून के तहत बिहार की सारण कोर्ट ने 2 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. साथ ही दोनों को 25-25 हजार का जुर्माना भी लगाया है. आपको बता दें कि एकतरफा प्यार में प्रेमी ने प्रेमिका, उसकी बहन और उसके पिता की हत्या कर दी थी. इस घटना के 50वें दिन सारण जिला जज पुनीत कुमार गर्ग की कोर्ट ने सजा का एलान किया. आपको बता दें कि देश में 1 जुलाई 2024 से तीन नए कानून लागू हुए थे. दो दिन पहले ही 3 सितंबर को सारण की जिला अदालत ने जिले के एक ट्रिपल मर्डर केस में दो आरोपियों को दोषी माना था. आज दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. आपको बता दें कि 17 जुलाई को रात करीब एक एक से डेढ़ बजे के रसूलपुर थाना के एक धानाडीह गांव में पिता और दो नाबालिग बेटियों को अपराधियों ने हत्या कर दी थी. बिहार पुलिस ने 31 जुलाई को चार्जशीट दाखिल कर कर स्पीडी ट्रायल शुरू करवाया. घटना के 48वें दिन 3 सितंबर को दोनों को दोषी ठहराया गया और 50वें दिन आज दोनों को सजा सुनाई गई है. बीएनस के लागू होने के बाद पहली सजा सारण के एसपी डॉ. कुमार आशीष कहते हैं, ‘बीती 17 जुलाई को रात 2 बजे डायल 112 नंबर से हमें सूचना मिली थी कि एक ही परिवार के तीन सदस्यों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई है. घटना के एक घंटे के अंदर ही हमने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. यह मामला प्रेम-प्रसंग का था. लड़की ने लड़के से बात करने से मना कर दिया था. इसके बाद लड़के ने इस घटना को अपने दोस्त के साथ मिलकर अंजाम दिया.’ इस घटना में लड़की की मां को भी चाकू मारा गया था. लेकिन वह बच गई. लड़की मां के मुताबिक, आरोपी रोशन को चांदनी को एकतरफा प्यार था. काफी दिनों से चांदनी ने बात करना बंद कर दिया था. इस वजह से वह नाराज था. 17 जुलाई को रात को जब हमलोग छत पर सो रहे थे तो रोशन अपने एक दोस्त के साथ घर के पीछे से छत पर चढ़ गया. मेरी बेटी की नींद खुल गई. बेटी जोर-जोर से उस पर चिल्ला रही थी. नींद खुली तो हमलोगों पर भी हमला कर दिया है.’ आरोपी लड़की को करता था एकतरफा प्यार आपको बता दें कि सारण एसपी डॉ कुमार आशीष ने इस केस को गंभीरता से लेते हुए स्पीडी ट्रायल शुरू करवाया. इस काम में डीएम की सहमति मिली. फिर हर रोज गवाही शुरू हुई. एक-एक कर ग्रामीणों को गवाही हुई. ग्रामीणों की गवाही, एफएसएल की रिपोर्ट और डॉक्टरों की रिपोर्ट के साथ-साथ इस मामले में कुल 12 लोगों की गवाही ने भी आरोपी को उम्रकैद की सजा दिलाने में मदद की. प्रेम-प्रसंग में 2 बेटियों और पिता की हुई थी हत्या, इस IPS अफसर ने 50वें दिन दिलाया इंसाफ, उम्रकैद की सजा इस उपलब्धि के बाद सारण एसपी को तारीफ मिलने लगा है. राज्य के नए डीजीपी आलोक राज ने बधाई दी है. बता दें कि सारण के एसपी कुमार आशीष 2012 के बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. जमुई जिले के सिकंदरा प्रखण्ड के रहने वाले हैं. कुमार आशीष की गिनती बिहार के तेजतर्रार, ऊर्जावान और ईमानदार अधिकारियों में होती है. साल 2020 में कुमार आशीष को भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह ने सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान कुशलता पदक 2020 से सम्मानित कर चुके हैं. किशनगंज में शराबबंदी बेहतर तरीके से लागू करने पर सीएम नीतीश कुमार भी सम्मानित कर चुके हैं. सामाजिक कार्यों में कुमार आशीष काफी दिलचस्पी रखते हैं. Tags: CJM Court, IPS Officer, Saran NewsFIRST PUBLISHED : September 5, 2024, 19:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed