बिहार में कांग्रेस और पीके की रैलियों में खाली कुर्सियां क्या कहानी कहती हैं

Bihar Politics: जो धरती पर रहेगा वही आकाश में उड़ान भरेगा...यह कहावत हमेशा सच साबित होती है और अब तो बिहार की राजनीति के लिए यह बात तो पूरे-पक्के तौर पर कही जाने लगी है. संदर्भ प्रशांत किशोर की बदलाव रैली और मल्लिकार्जुन खड़गे की बक्सर जनसभा में खाली कुर्सियों का है. नीतीश कुमार के बाद बिहार की राजनीति में आने वाली शून्यता के बीच बेहद प्रासंगिक विमर्श है और इसको लेकर कई तथ्य हमें हकीकत बताती हैं. बात कांग्रेस और जनसुराज की हो रही है और इसको लेकर राजनीति के जानकार क्या कहते हैं.

बिहार में कांग्रेस और पीके की रैलियों में खाली कुर्सियां क्या कहानी कहती हैं