चिराग की दुश्मनी भूल गए नीतीश! यकीन नहीं हो रहा तो देख लीजिए यह तस्वीर
चिराग की दुश्मनी भूल गए नीतीश! यकीन नहीं हो रहा तो देख लीजिए यह तस्वीर
बिहार की राजनीति में गुरुवार को एक बड़ी घटना घटी. वर्षों पुरानी अदावत को सीएम नीतीश कुमार और एलजेपी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अब आहुति दे दी है. पढ़ें यह खास रिपोर्ट...
पटना. बिहार की राजनीति में चुनावी खिचड़ी पकने की शुरुआत हो गई है. बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले गिले-शिकवे दूर हो रहे हैं. पटना में गुरुवार को कुछ ऐसा ही हुआ, जब लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के पार्टी ऑफिस में बिहार के सीएम नीतीश कुमार पहुंच गए. नीतीश कुमार के पार्टी कार्यालय में पहुंचते ही चिराग पासवान ने पैर छूकर उनका स्वागत किया. दरअसल एलजेपी ऑफिस में चिराग पासवान की पार्टी का 25वां स्थापना दिवस का कार्यक्रम चल रहा था. लेकिन, नीतीश कुमार का एलजेपी दफ्तर पहुंचना ही अपने आप में यह बताने के लिए काफी है कि उनकी और चिराग पासवान के बीच वर्षों पुरानी अदावत अब दोस्ती में बदल गई है. नीतीश कुमार और चिराग पासवान बिहार की राजनीति में अब साथ-साथ आ गए हैं.
गुरुवार को एलजेपी पार्टी दफ्तर में पार्टी की स्थापना दिवस का कार्यक्रम चल रहा था. चिराग पासवान ने यह पार्टी दफ्तर अपने चाचा पशुपति पारस से हासिल किया है. गुरुवार को पहली बार एलजेपी रामविलास के कार्यकर्ताओं से चिराग मिल रहे थे. ऐसे में नीतीश कुमार गुरुवार शाम को चिराग पासवान से मिलने पहुंच गए. नीतीश कुमार का चिराग ने गर्मजोशी से स्वागत किया. नीतीश कुमार ने भी एलजेपी के संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान नीतीश कुमार के साथ बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी और समस्तीपुर की एलजेपी सांसद शांभवी चौधरी के पिता और राज्य के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी भी साथ थे. एलजेपी के स्थापना दिवस के इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार पहंचे थे.
नीतीश कुमार और चिराग पासवान में हो गई दोस्ती
हालांकि, एलजेपी की स्थापना दिवस के इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार से पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और बिहार सरकार में भू राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल और राज्य के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी पहुंचे थे. लेकिन नीतीश कुमार का आना अपने आप में काफी मायने रखता है, क्योंकि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार और चिराग पासवान में छत्तीस का आंकड़ा था. जेडीयू और बीजेपी जहां साथ-साथ चुनाव लड़ी थी, वहीं एलजेपी ने जेडीयू कैंडिडेट्स के सामने अपने उम्मीदवार उतार दिए थे. इससे जेडीयू कई सीटें हार गई थीं. इसके बाद चिराग पासवान और नीतीश में काफी गर्माहट आ गई थी. चिराग पासवान की पार्टी के एकमात्र विधायक राजकुमार सिंह को भी जेडीयू ने तोड़ कर अपने साथ कर लिया था.
अब बिहार में जमेगा खूब रंग
बिहार में अब नीतीश कुमार और चिराग पासवा में सुलह हो गई है. इसकी झलक गुरुवार को दिख गई. बिहार विधानसभा उपचुनाव में एनडीए की सभी चार सीटों पर जीत के बाद अब बिहार में भी राजनीतिक समीकरण बनने लगे हैं. जेडीयू और एलजेपी में नजदीकी से अब बीजेपी को भी काफी फायदा पहुंच सकती है. लेकिन, बीजेपी नेताओं को अंदर-अंदर इस बात का भी डर सता रहा होगा कि अब एलजीपी और जेडीयू दोनों मिलकर सीटों पर बार्गेनिंग जमकर करेंगे. इसकी झलक चिराग पासवान ने अपने कार्यकर्ताओं के संबोधन करते हुए दिया. नीतीश कुमार से दोस्ती होते ही चिराग पासवान ने बड़ा ऐलान कर दिया.
चिराग पासवान ने गुरुवार को पटना में बिहार चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया. चिराग पासवान ने कहा, ‘आने वाले दिनों में एलजेपी का प्रतिनिधित्व करने वाला विधायक देश के हर प्रदेश में होगा. इस लक्ष्य के साथ हमलोग कार्य कर रहे हैं. हमलोगों के सामने बिहार विधानसभा का चुनाव है. ‘बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट’ के लक्ष्य के साथ हमलोग आगे बढ़ रहे हैं. हमलोगों का लक्ष्य बिहार को विकसित राज्य बनाना है. हर बिहारवासी को बिहारी होने पर गर्व हो, इस दिशा में पार्टी कार्य कर रही है. महज सालभर के भीतर बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं. अगले साल जब हमलोग स्थापना दिवस मना रहे होंगे तो बिहार में सरकार बन गई होगी, और मुझे पूर्ण विश्वास है कि उसमें लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की अहम भूमिका होगी.’
Tags: Bihar News, Chirag Paswan, CM Nitish KumarFIRST PUBLISHED : November 28, 2024, 21:20 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed