ये मेरी नहीं ये हमारी1 भैंस के लिए 2 राज्यों में क्यों जंग DNA टेस्ट होगा

Dispute over Buffalo: किसकी भैंस है? इसे लेकर कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के दो गावों के बीच बवाल मच गया है. एक भैंस पर दो गांवों में ऐसा झगड़ा हुआ कि मारपीट में लोग घायल हो गए. अब मामला पुलिस के पास पहुंच गया है.

ये मेरी नहीं ये हमारी1 भैंस के लिए 2 राज्यों में क्यों जंग DNA टेस्ट होगा
बल्लारी: एक भैंस की वजह से दो राज्यों के गांव के बीच महाभारत हो गई है. कर्नाटक में बल्लारी तालुक के बोम्मनहाल गांव और आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के मेडेहाल गांव के बीच एक भैंस के मालिकाना हक को लेकर अनोखा विवाद सामने आया है. भैंस को लेकर झगड़ा इस कदर है कि मामला मोका पुलिस स्टेशन पहुंच गया है. दोनों ही पक्षों ने भैंस के मालिकाना हक यानी उसकी मां कहां की है, इसकी पुष्टि के लिए डीएनए जांच की मांग की है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, बोम्मनहाल गांव की एक पांच साल की भैंस जनवरी में होने वाले देवी सक्कमादेवी मेले से पहले बलि देने के लिए रखी गई थी. लेकिन चारागाह में जाने के दौरान यह भैंस कहीं भटक गई. बाद में यह भैंस 20 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के मेडेहाल में मिली. भैंस मिलने की ख़बर जैसे ही बोम्मनहाल के लोगों को लगी. वो उसे वापिस लाने मेडेहाल पहुंच गए. भैंसे के लिए मारपीट मगर जब लोग कुरनू के मेडेहाल पहुंचे उन्हें निराशा हाथ लगी. वहां के लोगों ने भैंस देने से इनकार कर दिया. इसके बाद होना क्या था. दोनों गांवों के लोगों में जमकर झड़प हुई. खूब मारपीट हुई. इस झड़प में दोनों तरफ से कई लोग घायल हो गए. बोम्मनहाल के लोगों का कहना है कि भैंस की मां उनके गांव में है. लेकिन इसके बावजूद मेडेहाल के लोग भैंस को अपने पास ही रखे हुए हैं. मगर मेडेहाल के लोगों को उनके दावों पर यकीन नहीं है. डीएनए टेस्ट से सच आएगा सामने हालांकि, अब दोनों गांवों ने मोका पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करा दी है. दोनों पक्षों ने भैंस की असली मां का पता लगाने के लिए डीएनए टेस्ट की मांग की है. बोम्मनहाल के बसवंतप्पा डिंडीगल ने कहा कि उनका गांव हर पांच साल में देवी सक्कमादेवी मेला मनाता है. इस मेले में एक भैंस की बलि दी जाती है. उन्होंने कहा कि जिस भैंस की बलि देनी थी, वह अब मेडेहाल में है. बोम्मनहाल जैसी मेडेहाल में भी परंपरा हालांकि, आंध्र प्रदेश के कुरनूल के मेडेहाल में भी हर तीन साल में इसी तरह का उत्सव होता है. यहां भी एक भैंस की बलि दी जाती है. बोम्मनहाल के ग्रामीणों को उम्मीद है कि मोका पुलिस गांवों के बीच शांतिपूर्ण समझौता कराने में मदद करेगी. हालांकि, पुलिस ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. अब डीएनए टेस्ट के बाद ही पता चल पाएगा कि किसके दावे में कितना दम है. Tags: Andhra Pradesh, Karnataka NewsFIRST PUBLISHED : January 2, 2025, 08:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed