ऑपरेशन सरहद: राजस्थान में अपनों के बीच रहकर पाकिस्तान के लिये कर रहे थे जासूसी 3 जासूस गिरफ्तार
ऑपरेशन सरहद: राजस्थान में अपनों के बीच रहकर पाकिस्तान के लिये कर रहे थे जासूसी 3 जासूस गिरफ्तार
श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू से पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार: सुरक्षा एजेंसियों ने भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित श्रीगंगानगर जिले समेत इससे सटे हनुमानगढ़ और चूरू से 3 पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार (Pakistani spies) किये हैं. ऑपरेशन सरहद (Operation Sarhad) के तहत गिरफ्तार किये गये ये जासूस भारत की सामरिक महत्व वाली अहम सूचनायें पाकिस्तान भेज रहे थे. जांच एजेंसियां उनसे पूछताछ करने में जुटी हैं.
श्रीगंगानगर. ऑपरेशन सरहद (Operation Sarhad) के तहत सीआईडी इंटेलिजेंस की स्पेशल ब्रांच ने राजस्थान के सरहदी जिले श्रीगंगानगर समेत हनुमानगढ़ और चूरू में बड़ी कार्रवाई करते हुए 3 पाकिस्तानी जासूसों (Pakistani spies) को धरदबोचा है. ऑपरेशन सरहद के तहत 25 जून से 28 जून तक श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू में कुल 23 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर संयुक्त रूप से पूछताछ की गई थी. इनमें से तीन व्यक्ति पाकिस्तानी जासूस के रूप में सामने आए. सीआईडी इंटेलिजेंसी की स्पेशल ब्रांच ने श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ के वार्ड नंबर 38 निवासी नितिन यादव, हनुमानगढ़ के डबली राठान के वार्ड नंबर 19 निवासी अब्दुल सत्तार और बाड़मेर के राम सिंह हाल निवासी रतनगढ़ चूरू को शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत गिरफ्तार कर अनुसंधान किया जा रहा है.
अब्दुल सत्तार वर्ष 2010 से ही पाकिस्तान की यात्रा कर रहा है
प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ का नितिन यादव सेना छावनी क्षेत्र में फल-सब्जी की सप्लाई का कार्य था. पूछताछ में नितिन यादव ने पाकिस्तानी महिला एजेंट के हनी ट्रैप में फंसकर सामरिक महत्व की सूचनाएं साझा करने और बदले में धन राशि प्राप्त करना स्वीकार किया है. इसके साथ ही हनुमानगढ़ के डबली राठान का अब्दुल सत्तार वर्ष 2010 से ही नियमित रूप से पाकिस्तान की यात्रा कर रहा है. वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के स्थानीय एजेंट के रूप में भारत में कार्य कर रहा था.
पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंटों से की थी मुलाकात
पूछताछ में अब्दुल सत्तार ने पाकिस्तानी यात्रा के दौरान पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंटों से मुलाकात कर सामरिक महत्व की सूचना उपलब्ध करवाना और बदले में धन राशि प्राप्त करना स्वीकारा है. इसी तरह बाड़मेर निवासी रामसिंह जो वर्तमान में चूरू के रतनगढ़ में रहता है. वह फिलहाल विकास ट्रेडर्स नाम की फैक्ट्री में काम करता है. वह भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में था. उसने भी अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र पर स्थित बॉर्डर आउट पोस्ट एवं सीमावर्ती क्षेत्र की फोटो और वीडियो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भेजी है. बदले में धनराशि प्राप्त करना स्वीकार किया है.
सोशल मीडिया के जरिये संपर्क किया जाता है
दरअसल सीमा पार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के द्वारा भारत के सीमावर्ती क्षेत्र के महत्वपूर्ण स्थानों में कार्यरत व्यक्तियों को स्थानीय एजेंट बनाकर उनसे सोशल मीडिया से संपर्क किया जाता है. उसके बाद उन्हें पैसे का लालच देकर देश की सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त करने का प्रयास लगातार किया जा रहा है. ऐसे में सीआईडी इंटेलिजेंसी की स्पेशल ब्रांच के द्वारा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों की ऐसी संदिग्ध गतिविधियों की लगातार निगरानी की जाती है.
पहले भी इस तरह के अभियान चलाये जाते रहे हैं
इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में विशेष अभियान चलाए जाते हैं. पहले भी पिछले वर्ष दिसंबर के महीने में सीआईडी इंटेलिजेंसी की स्पेशल ब्रांच के द्वारा श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में ऑपरेशन सरहद चलाया गया था. उसमें काफी संदिग्ध लोगों को धरदबोचा गया था.
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Tags: Crime News, India pak border, Rajasthan news, Sriganganagar newsFIRST PUBLISHED : July 03, 2022, 07:21 IST