गरबा में तीन ताली क्यों बजाई जाती है इसके पीछे है सदियों पुरानी कहानी

Sawai Madhopur: गरबा सिर्फ नृत्य नहीं बल्कि देवी की शक्ति और संस्कृति से जुड़ा है. तीन ताली बजाने की परंपरा ब्रह्मा, विष्णु और महेश से आई है. जिनकी शक्ति से माता दुर्गा ने महिषासुर का वध किया. गुजरात में गरबा को पूजा की तरह माना जाता है, जबकि डांडिया देवी और महिषासुर के युद्ध व कृष्ण की लीलाओं से जुड़ा है.

गरबा में तीन ताली क्यों बजाई जाती है इसके पीछे है सदियों पुरानी कहानी