Karauli: मौला गजक भंडार की स्‍पेशल गजक का नाम सुनकर मुंह में आ जाता है पानी जानें खासियत

Maula Gajak bhandar Karauli: सर्दी का मौसम आते ही करौली में हर तरफ गजक दिखाई देने लगती है. वहीं, करौली के मौला गजक भंडार की तिल और गुड़ से बनी गजक का नाम सुनकर गजक के शौकीनों के मुंह में पानी आ जाता है.

Karauli: मौला गजक भंडार की स्‍पेशल गजक का नाम सुनकर मुंह में आ जाता है पानी जानें खासियत
रिपोर्ट : मोहित शर्मा करौली. सर्दी का मौसम आते ही करौली में गजक का कारोबार शुरू हो जाता है. वैसे शहर में गजक तो हर जगह मिल जाएगी, लेकिन करौली में पुश्तैनी गजक बनाने वाले कारीगर गिनती के ही हैं. इन कारीगरों ने आज तक अपना पुश्तैनी धंधा शुद्ध और स्पेशल गजक बनाकर बरकरार रखा हुआ है. गजक बनाने के इस धंधे से विशेष रुप से शहर के दर्जनों मुस्लिम परिवार जुड़े हुए हैं, जो कड़ी मेहनत के बाद खस्ता और स्पेशल गजक तैयार करते हैं. जबकि स्‍थानीय लोग सर्दियों में बनने वाली स्पेशल गजक को अपने रिश्तेदारों और परिचितों के लिए उपहार के रूप में भेजते हैं. चार पीढ़ियों से पुश्तैनी गजक बना रहे मौला गजक भंडार की स्पेशल गजक के दीवाने करौली में हर उम्र के लोग हैं. गजक का नाम जुबान पर आते ही गजक के शौकीनों के मुंह में पानी आ जाता है. जबकि सर्दी के मौसम में तिल और गुड़ से बनी गजक का स्वाद लाजवाब होता है. लोगों के मुताबिक, सर्दी के मौसम में ठंड के अलावा खांसी जुखाम से बचने के लिए गजक का सेवन किया जाता है. ऐसे बनती है स्पेशल गजक करौली के मौला गजक भंडार के पप्पू भाई बताते हैं कि 2 किलो गजक बनाने में पूरा एक घंटा लग जाता है. सबसे पहले गुड़ और चाशनी ली जाती है. इसके बाद चाशनी को कील पर टांग कर इसके गुटके बनाए जाते हैं. चाशनी के गुटकों में गुड़ और तिल मिलाकर कढ़ाई में सेका जाता है. जब इन तीनों का मिश्रण मुलायम हो जाता है, तब इस मिश्रण को पत्थर पर डालकर लकड़ी के हथौड़े से कूटकर स्वादिष्ट एवं खस्ता गजक तैयार की जाती है. गजक में गुड़ के साथ तिल, लोंग, बड़ी इलायची, पिस्ता और बादाम का इस्‍तेमाल किया जाता है. खास बात यह है कि यह गजक महीनों तक खराब नहीं होती है. मौला गजक भंडार के पप्पू भाई ने बताया कि हमारे यहां शाही गजक, सादा गजक, स्पेशल गजक और मूंगफली की गजक बनाई जाती है. स्पेशल गजक की सबसे ज्यादा मांग रहती है. वहीं, रोज जितनी भी गजक बनती है, वह शाम तक बिक जाती है. स्वादिष्ट एवं खस्ता गजक का भाव 300 रुपए किलो है. जबकि मौला गजक भंडार करौली के बड़ा बाजार में स्थित है. वहीं, आप इस मोबाइल नंबर 7891537786 पर फोन करके अधिक जानकारी हासिल कर सकते हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Karauli news, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : November 01, 2022, 17:34 IST