राजस्थान: सरकार पर भारी पड़े किसान पुलिस को चकमा देकर जाम कर दिया पूरा जालोर
राजस्थान: सरकार पर भारी पड़े किसान पुलिस को चकमा देकर जाम कर दिया पूरा जालोर
Jalore news : जालोर शहर बुधवार को पूरी तरह से किसानों के कब्जे में रहा. पाली के जवाई बांध से तय मात्रा में पानी जालोर जिले को देने की मांग को लेकर बीते नौ दिन से आंदोलन कर रहे किसान पुलिस प्रशासन की प्लानिंग की धज्जियां उड़ाते हुए सैंकड़ों ट्रैक्टर लेकर जालोर शहर में घुस गए. जानें क्या हुआ?
रेवाशंकर रावल.
जालोर. पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े पाली जिले के जवाई बांध के पानी के बंटवारे को लेकर जालोर में किसान सड़कों पर उतरे हुए हैं. भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में 300 गांवों के किसानों ने बुधवार को जालोर जिला मुख्यालय पर कब्जा कर लिया और उग्र प्रदर्शन किया. किसानों ने यहां पुलिस प्रशासन की प्लानिंग पर पानी फेरते हुए पूरे जालोर शहर को जाम कर दिया. सुबह से ही हजारों किसान बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली सहित जालोर पहुंचना शुरू हो गए थे.
किसानों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. इस दौरान दोनों तरफ से कई बार टकराव की स्थिति भी बनी. किसानों ने जालोर से निकलने वाले जोधपुर-बाड़मेर हाईवे का रास्ता बंद कर दिया और रोडवेज बसों को रोक दिया. किसानों के समर्थन में जालोर, आहोर, सायला और बागोड़ा के व्यापारियों ने भी बाजार बंद रखे. किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते शाम तक जालोर से निकलने वाले रास्तों को नहीं खोला जा सका. यहां किसानों ने पुलिस प्रशासन की योजना को फुस्स कर दिया.
करीब डेढ़ हजार से ज्यादा ट्रैक्टर ट्रॉली जालोर शहर में मौजूद थे
किसानों के उग्र प्रदर्शन की चेतावनी को देखते हुए पुलिस प्रशासन को अंदाजा था कि वे बुधवार को सुबह आठ नौ बजे ट्रैक्टर ले आएंगे. तब तक शहर के मुख्य मार्गों पर बेरिकेडिंग कर दी जाएगी ताकि वे अंदर नहीं आ सकें. लेकिन पुलिस की यह प्लानिंग लीक हो गई. किसान तड़के करीब चार-पांच बजे ही सैंकड़ों ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर शहर में घुस गए. पुलिस प्रशासन जागा तब तक जालोर शहर ट्रैक्टर्स से भर चुका था. उसके बाद दिनभर जालोर जाम रहा. पुलिस रास्ते खुलवाने का प्रयास करती रही लेकिन पार नहीं पड़ी. बताया जा रहा है कि बुधवार को करीब एक हजार से ज्यादा ट्रैक्टर ट्रॉली जालोर शहर में मौजूद थे.
300 गांवों के हजारों किसानों ने किया प्रदर्शन
दरअसल भारतीय किसान संघ के आह्वान पर जवाई बांध के पानी का जालोर के लिए एक तिहाई हिस्सा तय करने और समय पर बीमा क्लेम दिलाने की मांग को लेकर किसानों ने 9 दिन पहले जालोर में महापड़ाव शुरू किया था. इसके समर्थन में बुधवार को 300 गांवों के हजारों किसानों ने बुधवार को सुबह जालोर पहुंच कर अस्पताल चौराहे पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. आक्रोशित किसान दोपहर करीब 12 बजे ट्रैक्टर लेकर पोलजी नगर स्थित जालोर विधायक और मुख्य सचेतक जागेश्वर गर्ग के आवास पर पहुंचे. वहां नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया.
किसानों ने अब धरनास्थल पर ही खाना बनाना शुरू कर दिया है
इस दौरान किसानों ने उनकी कॉलोनी के रास्तों पर ट्रैक्टर, पेड़ आदि लगाकर रास्ता बंद कर दिया. लेकिन उस समय विधायक वहां नहीं थे. वे अभी जयपुर में हैं. पुलिस ने समझाइश कर किसानों को वहां से रवाना किया. किसानों का कहना है- 9 दिन से हमारा महापड़ाव चल रहा है लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी निर्णायक तौर पर किसानों से वार्ता करने कोई नहीं आया. जब तक सरकार से वार्ता नहीं हो जाती सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करते रहेंगे. किसानों ने अब धरनास्थल पर ही खाना बनाना शुरू कर दिया है. इस दौरान एएसपी मोटाराम और डीएसपी गौतम जैन सहित जिले के सभी थानाधिकारियों ने किसानों से बात की. ट्रैक्टर व अन्य वाहनों को हटाने के लिए कहा लेकिन बात नहीं बनी.
Tags: Big news, Farmer AgitationFIRST PUBLISHED : November 28, 2024, 09:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed