राजस्थान: झमेलों में उलझी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नहीं मिले पद इंतजार की घड़ियां फिर बढ़ीं
राजस्थान: झमेलों में उलझी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नहीं मिले पद इंतजार की घड़ियां फिर बढ़ीं
राजस्थान कांग्रेस संगठन चुनाव: संगठन को मजबूती देने की कोशिशों में जुटी कांग्रेस (Congress) लगातार नये-नये झमेलों में फंसती जा रही. इसके चलते उसकी अभी तक पदाधिकारियों की फौज तैयार नहीं हो पाई है. कांग्रेस में ब्लॉक अध्यक्षों के चुनाव 31 मई तक संपन्न होने थे. लेकिन पहले चिंतन शिविर और बाद में राज्यसभा चुनाव (Chintan Shivir and Rajya Sabha elections) के चलते इसकी अवधि को दो बार आगे बढ़ाया जा चुका है. अब पार्टी ईडी की राहुल गांधी की जा रही पूछताछ के बाद इस मामले में आंदोलनरत गई है. लिहाजा कार्यकर्ताओं का संगठन में पद पाने का सपना फिलहाल पूरा होता नहीं दिख रहा है.
जयपुर. राजस्थान में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव (Rajasthan assembly elections) से पहले कांग्रेस की संगठन को मजबूती देने की कवायद जारी है. कांग्रेस संगठन (Congress organization) में बड़े स्तर पर चुनाव और नियुक्तियां होनी हैं. उनकी शुरुआत ब्लॉक स्तर के चुनाव से हो भी चुकी है. यूं तो ब्लॉक अध्यक्षों के चुनाव 31 मई तक संपन्न होने थे लेकिन चिंतन शिविर के चलते बाद में इसकी अवधि को बढ़ाकर 10 जून कर दिया गया था. उसके बाद राज्यसभा चुनाव के कारण इसे और आगे बढ़ाकर 15 जून कर दिया गया था. अब पार्टी की ओर से कहा जा रहा है कि ब्लॉक अध्यक्षों की चुनाव प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. लेकिन पार्टी की ओर से अभी तक भी निर्वाचित हुए ब्लॉक अध्यक्षों की सूची जारी नहीं की गई है.
दरअसल पार्टी चुनाव की प्रक्रिया तो पूरी कर चुकी है और बीआरओ की ओर से बंद लिफाफों में पदाधिकारियों के नाम भी सौंपे जा चुके हैं. लेकिन अब पार्टी दूसरी तरह के झमेलों में उलझ गई है. इसके चलते ब्लॉक अध्यक्षों के नाम घोषित करने में देरी हो रही है. पहले राज्यसभा चुनाव के चलते प्रक्रिया में देरी हुई थी और अब राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के मामले पर पूरी पार्टी उद्वेलित और आंदोलित है. इसके कारण दूसरे सभी काम ठंडे बस्ते में है. ब्लॉक अध्यक्षों के साथ ही पीसीसी प्रतिनिधियों के भी चुनाव हो चुके हैं. उनके नाम भी सामने आना अभी बाकी है.
अब सभी स्तरों पर देरी की आशंका
पार्टी के पास ब्लॉक अध्यक्षों के नाम आ चुके हैं. चुनाव प्रभारी संजय निरुपम और प्रदेश प्रभारी अजय माकन के बीच चर्चा के बाद सूची जारी की जानी है. लेकिन अब इसमें देरी होती हुई नजर आ रही है. ब्लॉक स्तर के चुनाव के बाद जिला और उसके बाद प्रदेश स्तर के चुनाव होने हैं. लेकिन अब इन सभी स्तरों पर ही देरी होने की आशंकाएं खड़ी हो गई हैं. पार्टी का दावा 15 अगस्त 2022 तक करीब 6 लाख पदाधिकारियों की फौज तैयार कर ली जायेगी.
करीब 2200 मंडलों का गठन किया जा चुका है
प्रदेश में ब्लॉक और बूथ के बीच की कड़ी के रूप में करीब 2200 मंडलों का गठन भी किया जा चुका है. लेकिन राहुल गांधी की ईडी के पूछताछ के बाद पार्टी की ओर से शुरू किया आंदोलन ज्यादा दिन चला तो पदाधिकारियों के निर्वाचन के साथ ही कार्यकारिणियों के गठन में भी देरी होगी. राजस्थान में जिला और ब्लॉक स्तर की कार्यकारिणियां भंग हुए दो साल का वक्त बीत चुका है.
पार्टी को संगठन की कमी खल रही है
इन दो बरसों में पार्टी की गतिविधियां निवर्तमान कार्यकारिणियों के भरोसे ही चल रही है. अब जबकि चुनाव में डेढ़ साल से भी कम का वक्त बचा है तो ये देरी पार्टी का नुकसान कर सकती है. पार्टी को संगठन की कमी खल रही है. इसे कई मौकों पर पार्टी के नेता जाहिर भी कर चुके हैं. पार्टी चाहती है कि जल्द से जल्द निचले स्तर तक संगठन तैयार हो लेकिन बार-बार तरह-तरह के खलल परेशानी पैदा कर रहे हैं.
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Tags: Jaipur news, Rajasthan Congress, Rajasthan news, Rajasthan PoliticsFIRST PUBLISHED : June 20, 2022, 09:49 IST