Lumpy Skin Disease Havok: राजस्थान में बिगड़े हालात पर यूं पाया जा रहा है काबू पढ़ें बचाव के उपाय

Jaipur News: राज्य के गौवंश में लंपी वायरस संक्रमण का पहला मामला इसी साल अप्रेल में सामने आया था. पडौ़सी राज्य गुजरात और पाकिस्तान से यह संक्रमण राजस्थान तक पहुंचा. राजस्थान में पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ गुजरात की सीमा से लगे सिरोही, जालौर, गंगानगर, बीकानेर, हनुमानगढ, जोधपुर, नागौर जिलों में प्रवेश किया था. अब पशुओं की इम्युनिटी बढ़ाकर और टीके लगाकर संक्रमण पर काबू पाया जा रहा है.

Lumpy Skin Disease Havok: राजस्थान में बिगड़े हालात पर यूं पाया जा रहा है काबू पढ़ें बचाव के उपाय
हाइलाइट्सराज्य सरकार ने एक दर्जन विभागों को लंपी से बचाव की सौंपी जिम्मेदारीअब पशुओं की इम्युनिटी बढ़ाकर और टीके लगाकर संक्रमण पर पा रहे काबू जयपुर. राजस्थान में अब तक 13 लाख से ज्यादा पशुधन लंपी बीमारी (Lumpy Disease) की चपेट में आ चुका है. शुरुआती दौर में रोजाना करीब 40-50 हजार पशुओं (Animals) में संक्रमण फैल रहा था, लेकिन अब पशुपालकों में जागरुकता आने, वैक्सीनेशन (Vaccination) करने, साफ-सफाई व इससे बचने के तरीके अपनाने के कारण संक्रमण (Infection) का आंकड़ा 50 प्रतिशत तक गिरा है. अब 20-22 हजार पशु प्रतिदिन संक्रमित हो रहे हैं. वैक्सीनेशन और उपचार से 9.0 लाख पशु हुए स्वस्थ हो चुके हैं. प्रारंभिक दौर में संक्रमण दर ज्यादा तेज नहीं थी, लेकिन जुलाई के अंत में दर और पशुओं की मौत का आंकड़ा बहुत तेजी से बढ़ा. अब नए जिलों में संक्रमण दर ज्यादा है, जबकि जिन जिलों में पहले बीमारी फैली थी, वहां पीक समय निकलने से संक्रमण और मृत्यु दर में 90 फीसदी तक की गिरावट है. एक दर्जन विभाग लंपी से बचाव के लिए मैदान में उतरे लम्पी स्किन डिजीज को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने कोरोना की तर्ज पर युद्ध स्तर पर लंपी से बचाव के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए. राज्य सरकार ने पशुपालन विभाग, गौ-पालन विभाग, कृषि विभाग, पंचायतीराज ग्रामीण विकास विभाग, डेयरी प्रबंधन, सहकारिता विभाग, मत्स्य विभाग, राजस्व विभाग, यूडीएच सहित एक दर्जन विभागों को लंपी से लड़ने के लिए मैदान में उतारा है. सरकार के द्वारा अलग-अलग विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है. अशोक गहलोत अब क्या करेंगे? कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे या CM बने रहेंगे; जानें किस चीज का है इंतजार पशुपालन विभाग को बनाया नोडल एजेन्सी लंपी से रोकथाम के लिए पशुपालन विभाग को नोडल एजेन्सी बनाया है. जो संक्रमित पशुओं के उपचार, वैक्सीन लगाने का कार्य करेगा, संबंधित विभागों को सूचना भी देगा. पंचायती राज, ग्रामीण विकास विभाग एवं यूडीएच विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों को संक्रमित मृत पशुओं को दफनाने की जिम्मेदारी दी गई है. शहरी इलाकों में नगर पालिका, नगर परिषद, नगर निगम को वैज्ञानिक तरीके से मृत पशुओं को दफनाएंगे. इसके साथ ही संक्रमण रोकने के लिए दवाइयों का छिड़काव और साफ-सफाई रखने जैसी जिम्मेदारियां दी गई हैं. गौपालन विभाग वैक्सीन खरीदने से लेकर टीके लगाएगा गौपालन विभाग को वैक्सीन और दवा खरीदने, वैक्सीनेशन करने और गौशालाओं को अनुदान देने की जिम्मेदारी दी गई है. राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन – पशुपालकों एवं दुग्ध उत्पादकों को वैक्सीन, दवाइयां, जागरुकता बढाने, साफ सफाई करने, चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के साथ-साथ दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएगा. अभी 21 लाख गॉट पॉक्स वैक्सीन खरीदी की जिम्मेदारी सरकार ने आरसीडीएफ को दी है. राजस्व विभाग को प्रशासनिक सहयोग की जिम्मेदारी राजस्व विभाग को प्रभावित पशुपालकों से निरंतर संपर्क करने, पशुपालकों के इलाके की स्थिति की रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपने, ग्राम पंचायतों एवं नगर निकायों को जरूरी व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए प्रशासनिक सहयोग करने जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. इसके अलावा कृषि विभाग एवं मत्स्य पालन विभाग सरकार के निर्देशानुसार पशुपालन विभाग, गौपालन विभाग, सहकारिता के सहयोग के लिए मैन पावर उपलब्ध कराएगा. पशुपालक गौवंश को बचाने के लिए यह कदम उठाएं पशुपालकों को सिर्फ पशुओं की इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाकर संक्रमण को रोकने की कोशिश करनी होगी. अब तक हुए उपचार में इस संक्रमण पर नियंत्रण के लिए पारंपरिक एवं स्थानीय स्तर पर आयुर्वेदिक तरीका सबसे कारगर साबित हुआ है. पशुपालन विभाग द्वारा आयुर्वेद विभाग एवं होम्योपैथी विभाग द्वारा जारी की गई उपचार की गाइडलाइन को फोलो कर इस पर अंकुश पाया जा सकता है. अभी तक केन्द्रीय गाइडलाइन के अनुसार इसका कोई विधिवत उपचार नहीं है. लंपी संक्रमण राजस्थान ही नहीं, पूरे देश में अचानक तेजी से आया है. पहले जैसे कोरोना ने सभी को परेशान किया, वैसे ही लंपी वायरस की स्थिति है. प्रदेश में अब तक 18 लाख से ज्यादा पशुओं का टीकाकरण किया गया है. बांसवाड़ा       1.42 लाख प्रतापगढ़        1.26 लाख जयपुर           1.24 लाख, बारां              1.22 लाख, झालावाड़      1.12 लाख, चित्तौड़गढ     1.03 लाख कोटा            93306, बूंदी              86274, उदयपुर        86113 अलवर         83006, भरतपुर        67222, अजमेर        56752, कुचामन      37697 राजसमन्द   11853, झुन्झुनूं          3796, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Farmers Vaccination, Jaipur news, Lumpy Skin Disease, Rajasthan government, Rajasthan news in hindiFIRST PUBLISHED : September 29, 2022, 16:05 IST